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मथुरा में संतों ने पौधरोपण कर हिंदू नववर्ष का किया स्वागत

मथुरा में पौधरोपण कर संतों ने नव संवत्सर का स्वागत किया. मथुरा में केसी घाट से लेकर जगन्नाथ घाट के मध्य हरे पौधे लगाकर नव संवत्सर की शुरुआत की गई. साथ ही संतों ने पर्यावरण संरक्षण का भी संकल्प लिया.

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Published : Apr 7, 2019, 11:36 AM IST

मथुरा

मथुरा: तीर्थ नगरी वृंदावन में हिंदू नववर्ष नव संवत्सर की धूम रही. सनातन संस्कार सेवा संस्थान और ब्रिज विकास फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में परिक्रमा मार्ग स्थित केसी घाट से लेकर जगन्नाथ घाट के मध्य पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया गया.

पौधरोपण कर संतों ने नव संवत्सर का स्वागत किया.


संतों के सानिध्य में परिक्रमा मार्ग में आधा दर्जन के करीब पौधरोपण कर प्रकृति की सेवा की गई. वक्ताओं ने कहा कि वृक्षों के कटान के कारण लगातार पर्यावरण दूषित हो रहा है. इसके चलते पौधरोपण करना और भी जरूरी है. उन्होंने बताया कि प्रकृति के बदलते परिवेश में हरित वातावरण के लिए पौधरोपण करना अति महत्वपूर्ण है.


संस्था के आचार्य राम विलास चतुर्वेदी, आचार्य बद्रीश और अन्य संत-महंतों के द्वारा पौधरोपण किया गया. वहीं खाद पानी डालकर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प भी लिया गया. इतना ही नहीं वक्ताओं ने पौध लगाकर इनके संरक्षण पर भी जोर देते हुए पौधरोपण के बाद लोहे के जाल लगाए. साथ ही सभी से पौधरोपण कर प्रकृति की सेवा में सहयोग करने की बात कही.

मथुरा: तीर्थ नगरी वृंदावन में हिंदू नववर्ष नव संवत्सर की धूम रही. सनातन संस्कार सेवा संस्थान और ब्रिज विकास फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में परिक्रमा मार्ग स्थित केसी घाट से लेकर जगन्नाथ घाट के मध्य पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया गया.

पौधरोपण कर संतों ने नव संवत्सर का स्वागत किया.


संतों के सानिध्य में परिक्रमा मार्ग में आधा दर्जन के करीब पौधरोपण कर प्रकृति की सेवा की गई. वक्ताओं ने कहा कि वृक्षों के कटान के कारण लगातार पर्यावरण दूषित हो रहा है. इसके चलते पौधरोपण करना और भी जरूरी है. उन्होंने बताया कि प्रकृति के बदलते परिवेश में हरित वातावरण के लिए पौधरोपण करना अति महत्वपूर्ण है.


संस्था के आचार्य राम विलास चतुर्वेदी, आचार्य बद्रीश और अन्य संत-महंतों के द्वारा पौधरोपण किया गया. वहीं खाद पानी डालकर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प भी लिया गया. इतना ही नहीं वक्ताओं ने पौध लगाकर इनके संरक्षण पर भी जोर देते हुए पौधरोपण के बाद लोहे के जाल लगाए. साथ ही सभी से पौधरोपण कर प्रकृति की सेवा में सहयोग करने की बात कही.

Intro:वृक्षारोपण करके संतों ने किया नव संवत्सर का स्वागत और पर्यावरण संरक्षण का लिया संकल्प। तीर्थ नगरी वृंदावन में हिंदू नव वर्ष नव संवत्सर की धूम रही ।सनातन संस्कार सेवा संस्थान एवं ब्रिज विकास फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में परिक्रमा मार्ग स्थित केसी घाट से लेकर जगन्नाथ घाट के मध्य वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया।


Body:संतो के सानिध्य में परिक्रमा मार्ग में आधा दर्जन के करीब हरे वृक्ष रोप कर प्रकृति की सेवा की गई ।वक्ताओं ने कहा कि वृक्षों के कटान के कारण लगातार पर्यावरण दूषित हो रहा है जिसके चलते वृक्षारोपण करना और भी जरूरी है। प्रकृति के बदलते परिवेश में हरित वातावरण के लिए पौधारोपण करना अति महत्वपूर्ण है ।इस बीच परिक्रमा में केसी घाट से लेकर जगन्नाथ घाट के मध्य साथ हरे पौधे लगाकर नव संवत्सर की शुरुआत की गई।


Conclusion:संस्था के आचार्य राम विलास चतुर्वेदी व आचार्य बद्रीश एवं अन्य संत महंतों के द्वारा पौधारोपण किया गया। वहीं खाद पानी डालकर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया ,इतना ही नहीं वक्ताओं ने वृक्ष लगाकर इनके संरक्षण पर भी जोर देते हुए वृक्षारोपण के बाद लोहे के जाल लगाए गए ।साथ ही सभी से वृक्षारोपण कर प्रकृति की सेवा में सहयोग करने की बात कही।
बाइट- रामविलास चतुर्वेदी धर्माचार्य
स्ट्रिंगर मथुरा
राहुल खरे
mb-9897000608
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