हरदोई: यूपी के श्रावस्ती में पुलिस अभिरक्षा में हुई युवक की मौत के मामले में मृतक के परिजनों से मिलने जा रहे विधान परिषद सदस्य राजपाल कश्यप की गिरफ्तारी को लेकर हरदोई के समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं में उबाल है. समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता गिरफ्तारी के विरोध में कलेक्ट्रेट पहुंचे और सरकार विरोधी नारेबाजी की. साथ ही विधान परिषद सदस्य राजपाल की गिरफ्तारी को लेकर राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन सिटी मैजिस्ट्रेट को सौंपा. सपा कार्यकर्ताओं ने पुलिस की इस कार्रवाई को दमनात्मक कार्रवाई करार दिया है. साथ ही विधान परिषद सदस्य राजपाल कश्यप की रिहाई की मांग की है.
जिले में कलेक्ट्रेट परिसर में पहुंचे समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की. सपा कार्यकर्ताओं ने इस दौरान सरकार और पुलिस के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया. दरअसल श्रावस्ती जिले में गिलौला थाने के मोहम्मदपुर में शुक्रवार को दर्जीपुरवा के रहने वाले वाजिद अली (22 साल) की पुलिस अभिरक्षा में मौत हो गई थी. इसको लेकर मूल रूप से हरदोई जिले के रहने वाले समाजवादी पार्टी के नेता और विधान परिषद सदस्य राजपाल कश्यप लाव-लश्कर के साथ दर्जीपुरवा मृतक के परिजनों से मिलने जा रहे थे. यहां पुलिस ने उन्हें रोक दिया और गिरफ्तार किया था. इस दौरान समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं से पुलिस की धक्का-मुक्की भी हुई. सपा एमएलसी राजपाल कश्यप की गिरफ्तारी के बाद आक्रोशित समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट में एकत्रित हुए और विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान सपा कार्यकर्ताओं ने इस पुलिसिया कार्रवाई को दमनात्मक कार्रवाई करार दिया. सपा कार्यकर्ताओं ने प्रदेश के राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन सिटी मैजिस्ट्रेट को सौंपा साथ ही सपा एमएलसी की रिहाई की मांग की है.
इस बारे में जिला उपाध्यक्ष समाजवादी पार्टी धर्मवीर यादव ने बताया कि जनपद श्रावस्ती में पुलिस अभिरक्षा में युवक की मौत के मामले में परिजनों से मिलने जा रहे समाजवादी पार्टी के एमएलसी राजपाल कश्यप को वहां की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस की यह दमनात्मक कार्रवाई है. इसका समाजवादी पार्टी पुरजोर विरोध करती है. इसी से संबंधित एक ज्ञापन राज्यपाल को प्रेषित सिटी मैजिस्ट्रेट को सौंपा गया है.
श्रावस्ती में MLC राजपाल गिरफ्तार, हरदोई के सपा कार्यकर्ताओं में उबाल
उत्तर प्रदेश के हरदोई में विधान परिषद सदस्य राजपाल कश्यप की गिरफ्तारी को लेकर हरदोई के समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की. साथ ही राजपाल की गिरफ्तारी को लेकर राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन सिटी मैजिस्ट्रेट को सौंपते हुए उनकी रिहाई की मांग की.
हरदोई: यूपी के श्रावस्ती में पुलिस अभिरक्षा में हुई युवक की मौत के मामले में मृतक के परिजनों से मिलने जा रहे विधान परिषद सदस्य राजपाल कश्यप की गिरफ्तारी को लेकर हरदोई के समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं में उबाल है. समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता गिरफ्तारी के विरोध में कलेक्ट्रेट पहुंचे और सरकार विरोधी नारेबाजी की. साथ ही विधान परिषद सदस्य राजपाल की गिरफ्तारी को लेकर राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन सिटी मैजिस्ट्रेट को सौंपा. सपा कार्यकर्ताओं ने पुलिस की इस कार्रवाई को दमनात्मक कार्रवाई करार दिया है. साथ ही विधान परिषद सदस्य राजपाल कश्यप की रिहाई की मांग की है.
जिले में कलेक्ट्रेट परिसर में पहुंचे समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की. सपा कार्यकर्ताओं ने इस दौरान सरकार और पुलिस के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया. दरअसल श्रावस्ती जिले में गिलौला थाने के मोहम्मदपुर में शुक्रवार को दर्जीपुरवा के रहने वाले वाजिद अली (22 साल) की पुलिस अभिरक्षा में मौत हो गई थी. इसको लेकर मूल रूप से हरदोई जिले के रहने वाले समाजवादी पार्टी के नेता और विधान परिषद सदस्य राजपाल कश्यप लाव-लश्कर के साथ दर्जीपुरवा मृतक के परिजनों से मिलने जा रहे थे. यहां पुलिस ने उन्हें रोक दिया और गिरफ्तार किया था. इस दौरान समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं से पुलिस की धक्का-मुक्की भी हुई. सपा एमएलसी राजपाल कश्यप की गिरफ्तारी के बाद आक्रोशित समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट में एकत्रित हुए और विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान सपा कार्यकर्ताओं ने इस पुलिसिया कार्रवाई को दमनात्मक कार्रवाई करार दिया. सपा कार्यकर्ताओं ने प्रदेश के राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन सिटी मैजिस्ट्रेट को सौंपा साथ ही सपा एमएलसी की रिहाई की मांग की है.
इस बारे में जिला उपाध्यक्ष समाजवादी पार्टी धर्मवीर यादव ने बताया कि जनपद श्रावस्ती में पुलिस अभिरक्षा में युवक की मौत के मामले में परिजनों से मिलने जा रहे समाजवादी पार्टी के एमएलसी राजपाल कश्यप को वहां की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस की यह दमनात्मक कार्रवाई है. इसका समाजवादी पार्टी पुरजोर विरोध करती है. इसी से संबंधित एक ज्ञापन राज्यपाल को प्रेषित सिटी मैजिस्ट्रेट को सौंपा गया है.