राबर्ट्सगंज : सूबे की योगी सरकार मलिन बस्ती की सफाई पर विशेष ध्यान देते हुए सभी सुविधाएं मुहैया कराने की बात कर रही है तो वहीं जिला प्रशासन खानापूर्ति करते हुए जनपद के गांव समेत नगर पालिका को तेजी से ओडीएफ करने में जुटी है. लेकिन राबर्ट्सगंज नगरपालिका ऑडिट होने के बावजूद मायावती के ड्रीम प्रोजेक्ट कांशीराम आवास कॉलोनी अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है. यहां का आलम यह है कि कॉलोनी में गंदगी का अंबार लगा हुआ है सभी नालियां चोक हो गई है नालियों के निकास के लिए कोई समुचित व्यवस्था ना होने से आवास के आस-पास गड्ढों में पानी इकट्ठा हो रहा है जिसके कारण खतरनाक बीमारियां जन्म ले रही हैं . इतना ही नहीं पूरे कांशीराम आवास कॉलोनी में सूअर घूम कर गंदगी भी विखेरते नजर आते हैं.
इस संबंध में स्थानीय लोगों का कहना है कि कांशीराम आवास तो बन गया लेकिन नालियों के पानी के निकास के लिए कोई उचित व्यवस्था नहीं कराया गयी है जिससे आवास का पानी एक जगह इकट्ठा जमा हो जाता है. जिसमें जानलेवा मच्छर पैदा हो रहे है और पूरे आवास परिसर में गंदगी और कूड़े का अंबार लगा हुआ है कई बार इसकी शिकायत नगरपालिका से की गई लेकिन इसको लेकर कोई कार्रवाई नहीं हुई. सफाई के लिए कभी-कभी सफाई कर्मी आते हैं और खानापूर्ति करके चले जाते हैं.
वहीं जब इस मामले में हमारे ईटीवी संवाददाता ने कॉलोनी की गंदगी को लेकर जिले के अधिशाषी अधिकारी से बात की तो उन्होंने गंदगी की बात को स्वीकार करते हुए कहा कि कांशीराम आवास या कोई भी मलिन बस्तियां हमारी प्राथमिकता में है,कांशीराम आवास के आस-पास कईं बार गन्दगी देखने को मिलती है, कांशीराम आवासीय परिसर में स्थित मल्टी स्टोरी विद्यालय में भी गंदगी की सूचना मिली थी उसकी भी साफ़ सफाई कराई जा रही है.