भदोही: सीएम योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद जिले में तैनात शिक्षकों के कागजात की दोबारा जांच शुरू हो गई है. प्रदेश का शिक्षा विभाग शिक्षा माफियाओं के चंगुल में है. लगातार कई दिनों से फर्जी शिक्षकों के मिलने की वजह से प्रदेश सरकार सकते में आ गई थी. इसके बाद से ही मुख्यमंत्री ने सभी जिले के शिक्षकों की जांच-पड़ताल करने का आदेश दिया था. हालांकि लिखित आदेश अभी तक नहीं आया है.
जिले मेंं गलत तरीके से नौकरी पाने वालों की सांस अटकी हुई है. जिले में अभी तक कोई ऐसा मामला प्रकाश में नहीं आया है. जिले में ग्रामीण अंचल में 751 प्राथमिक विद्यालय हैं. इन विद्यालयों में एक लाख 11665 विद्यार्थी पढ़ रहे हैं. इन स्कूलों में कुल 2715 शिक्षक तथा 750 शिक्षामित्र कार्यरत हैं. इसी तरह पूर्व माध्यमिक विद्यालयों की संख्या 364 है, जहां पर 42018 विद्यार्थी पंजीकृत हैं. इन स्कूलों में 440 अनुदेशकों की तैनाती है.
भदोही शहर में 12 प्राथमिक विद्यालय हैं, जहां पर 14 शिक्षक 15 शिक्षामित्र हैं. स्कूलों में 1579 छात्र पढ़ते हैं. पूर्व. माध्यमिक विद्यालय की संख्या मात्र 2 है, जिनमें 697 विद्यार्थी पढ़ाई करते हैं. उन्हें पढ़ाने के लिए 3 शिक्षक हैं.
भदोही में छात्रों की अपेक्षा शिक्षकों की संख्या काफी कम है. बीएसए अमित कुमार सिंह ने बताया कि सभी अध्यापकों के कागजात को मानव संपदा पोर्टल पर पूर्व में ही अपलोड किया जा चुका है. कहीं से भी इनकी जांच की जा सकती है. प्रदेश सरकार की ओर से गत दिनों में अध्यापकों के प्रमाण पत्रों की जांच करने की बात सामने आई थी, लेकिन अभी तक लिखित में आदेश नहीं मिला है, बावजूद इसके कस्तूरबा गांधी और परिषदीय स्कूलों के गुरुजनों के कागजात की जांच की जा रही है.