प्रयागराज: कुंभ बिछड़ने की कई कहानियां सुनी होंगी. यहां तक कि इस मिलने-बिछड़ने पर फिल्में भी बनी हैं. इस बार प्रयागराज महाकुंभ में तो भीड़ का रिकॉर्ड ही टूट गया. 48 करोड़ से ज्यादा लोग संगम स्नान के लिए आ चुके हैं. मौनी अमावस्या पर मची भगदड़ के बाद कई लोग काफी दिनों बाद अपने घर पहुंच सके. खोया-पाया केंद्र में अपनों के इंतजार में लोगों ने हफ्तों गुजार दिए. ऐसे में महाकुंभ में बिछड़ने के डर से यहां आए कुछ श्रद्धालुओं ने अनोखा तरीका निकाल लिया है. वे परिवार जो कि अपने बच्चों के साथ आए हैं, उन्होंने उनके हाथों पर मेंहदी से मोबाइल नंबर और नाम लिख दिया है.
इस बार महाकुंभ बहुत से लोग पूरे परिवार के साथ आए हैं. इनमें बच्चे भी हैं. भारी भीड़ के बीच उनमें बिछड़ने का डर भी बना है. मेले में भोपाल से आए अजीत सोनी कहते हैं कि महाकुंभ में अपार भीड़ देखकर ये आइडिया आया कि बच्चों की सुरक्षा कैसे करनी है. आईडी कार्ड गुम हो सकता है. कई बच्चे अपना नाम भी नहीं बता सकते. इसलिए सोचा कि क्यों न ऐसा करें कि बच्चे अगर बिछड़ जाएं तो मिलने में कोई परेशानी न हो. वे भी अपने परिवार के साथ महाकुंभ में पुण्य की डुबकी लगाने आए हैं.
इसी तरह प्रियंका सोनी कहती हैं कि अगर बच्चे के हाथ पर पेन से नाम, पता और मोबाइल लिखते तो मिट जाता है. इसलिए मेहंदी से यह सब लिखा. मेहंदी से लिखने से कम से कम छह से सात दिन तक यह रहता है. इससे अगर बच्चा बिछड़ता है तो वापस मिलने में कोई परेशानी नहीं होती.
बता दें कि महाकुंभ का आज 32वां दिन है. आज भी स्नान के लिए लोग घाटों पर पहुंच रहे हैं. 13 जनवरी से चल रहे भव्य और दिव्य महाकुंभ में अब तक 48.29 करोड़ से अधिक श्रद्धालु डुबकी लगा चुके हैं. बुधवार को माघ पूर्णिमा पर 2 करोड़ लोगों ने डुबकी लगाई थी.