गोरखपुर: लोकसभा चुनाव में जीत के बाद रवि किशन ने मोदी और योगी को कृष्ण की उपाधि दी तो खुद को अर्जुन बताया. उन्होंने कहा कि इन्होंने जो रणनीति बनाई उस पर वह जमकर दौड़े.
क्या रहे रवि किशन की जीत के कारण
- रवि किशन की जीत में विकास भी बड़ा मुद्दा बना.
- गोरखपुर में एम्स की ओपीडी की शुरुआत हो या फिर खाद कारखाना की तेज होती निर्माण की गति.
- शहर में फोर लेन सड़कों का जाल. यह सब रवि किशन की जीत का कारण बना.
- लोग यह जानते थे कि रवि किशन की हार का मतलब सीएम योगी की सीधे तौर पर हार.
- गोरखपुर के विकास की हार और दशकों से स्थापित गोरखनाथ मंदिर की प्रतिष्ठा की हार.
- यही वजह रही कि मोदी की ललकार और सीएम योगी हुंकार ने रवि किशन को बड़ी जीत दिला दी.
सीएम योगी ने लगाई ताकत
- रवि किशन की जीत के लिए योगी ने हर जातिवर्ग और समाज के लोगों के साथ बड़ी बैठक कर संवाद स्थापित किया. सभाएं तो एक दर्जन से ज्यादा हुईं.
- पांच विधानसभा में हर जगह योगी ने तीन-तीन सभाएं की.
- सिंधी समाज से लेकर पंजाबी समाज को भी नहीं छोड़ा, क्योंकि 2018 के लोकसभा उपचुनाव में मिली हार से बीजेपी से बड़ी योगी की इमेज को धक्का लगा था.
- यह सीट उनके नाक का सवाल थी तो बाकी सीटें भी उनके राजनीतिक भविष्य का इम्तिहान थी, जिसमें योगी पास हुए.