रामपुर: कोरोना के कारण जहां हर जगह से मौत की खबरें आ रहीं हैं, वहीं रामपुर से ढांढस देने वाली खबर मिल रही है. स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि जिले में स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर हैं. यहां पर न तो ऑक्सीजन और वेंटिलेटर की कमी है, न ही बेड की. जिला अस्पताल में एक ऑक्सीजन का प्लांट लगा हुआ है. जिससे हर बेड पर हर मरीज तक ऑक्सीजन पहुंच रही है. कोरोना से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने जौहर मेडिकल कॉलेज और नारायण हॉस्पिटल से अनुबंध भी किया है. रामपुर में कोरोना के 614 एक्टिव केस हैं. यहां पर पिछले 24 घंटे में 40 नए केस सामने आए हैं. पिछले 24 घंटे में किसी भी व्यक्ति की कोरोना से मौत नहीं हुई है.
नोडल अधिकारी पंकज त्रिवेदी ने बताया कि जनपद रामपुर में कोविड-19 के उपचार के लिए रामपुर हॉस्पिटल में L2 फैसिलिटी वाला वॉर्ड बनाया गया है. इसके अलावा जौहर विश्वविद्यालय में भी ऑक्सीजन बेड की व्यवस्था की है. जिला अस्पताल में 100 बेड की कैपेसिटी है, जिसमें 12 बेड वेंटिलेटर युक्त है. 86 बेड पर ऑक्सीजन सप्लाई की व्यवस्था है.
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मरीजों के लिए रामपुर में 91 बेड उपलब्ध
जौहर विश्वविद्यालय में स्वास्थ्य विभाग ने 50 बेड एक्टिव कर दिए गए हैं. जरूरत बढ़ने पर इनकी संख्या बढ़ाकर 200 तक की जाएगी. पंकज त्रिवेदी ने बताया कि डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में 45 मरीज एडमिट हैं. जिला अस्पताल और जौहर विश्वविद्यालय को मिलाकर खाली बेडों की संख्या 91 हैं. इस समय जनपद रामपुर में कोरोना के एक्टिव मामले 614 हैं. पिछले 24 घंटे में हमारे पास 40 नए केस आए हैं. कोविड संक्रमण से रामपुर में अब तक 72 लोगों की मौत हो चुकी है.
नोडल अफसर का दावा, ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं
नोडल अफसर ने कहा कि कोरोना महामारी से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग एकदम तैयार है. हमारे पास ऑक्सीजन की भी किसी तरह की कोई कमी नहीं है. जनपद रामपुर के जिला अस्पताल में ऑक्सीजन जनरेटर प्लांट लगा हुआ है. जो पाइप के जरिए सभी बेड पर ऑक्सीजन की आपूर्ति करता है. इसके अतिरिक्त ऑक्सीजन के 61 जंबो सिलेंडर और 77 छोटे सिलेंडर बैकअप के रूप में डिस्टिक हॉस्पिटल में रखे हुए हैं. इसके अलावा मेन पावर और लॉजिस्टिक भी स्टोर में उपलब्ध है, इसका उपयोग आवश्यकता के अनुसार किया जाएगा.