लखनऊ: बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए राजधानी के जानकीपुरम विस्तार में ट्रामा सेंटर की नींव रखी गई थी. लोकसभा चुनाव से पूर्व तत्कालीन गृहमंत्री और सांसद राजनाथ सिंह ने इस ट्रामा सेंटर का शिलान्यास किया था. आचार संहिता खत्म होने के बाद इसके लिए लागत निर्माण की पहली किस्त भी जारी कर दी गई लेकिन अभी तक इसकी एक ईंट भी नहीं रखी गई है. इसके विपरीत ट्रामा सेंटर की जमीन पर अवैध रूप से झुग्गी-झोंपड़ियां बना ली गई हैं.
- राजधानी में 3 मार्च को 100 बेड के ट्रामा सेंटर बनाने की आधारशिला रखी गई थी.
- शासन ने संबंधित कार्यदायी संस्था को ट्रामा सेंटर निर्माण की पहली किस्त भी दे दी है.
- लगभग 3 माह बीत चुके हैं लेकिन इस जमीन पर अभी तक ट्रामा सेंटर के नाम पर सिर्फ खाली मैदान मौजूद है.
- आलम यह है कि आसपास के कब्जेदार इस जमीन पर कब्जा भी कर रहे हैं लेकिन स्वास्थ्य भाग की नींद नहीं खुल रही है.
पहले भी जमीन खाली कराई जा चुकी है जमीन
- इस खाली जमीन पर झुग्गी-झोपड़ी वालों ने अपने घर बनाने शुरू कर दिए हैं.
- एलडीए से जमीन मिलने के बाद जिला प्रशासन ने यहां पहले भी झुग्गी-झोंपड़ी व अन्य अतिक्रमण को साफ कराया था.
- स्वास्थ्य विभाग की नजरअंदाजी की वजह से एक बार फिर यहां झुग्गी-झोपड़ी व अन्य अतिक्रमण प्रभावी दिख रहा है.
- ट्रामा सेंटर के बनने में अतिक्रमण काफी समय से रोड़ा बना हुआ था जो फिर से स्वास्थ्य विभाग के सामने मुंह बाए खड़ा है.
20 लाख लोगों को मिलेगी राहत
- राजधानी में यह तीसरा ट्रामा सेंटर होगा. इससे पहले केजीएमयू एवं पीजीआई में ट्रामा सेंटर पहले से मौजूद है.
- केजीएमयू ट्रामा सेंटर में अधिक लोड होने की वजह से इस ट्रामा सेंटर का निर्माण कराया जा रहा है.
- ट्रामा सेंटर से इलाके की करीब 20 लाख से अधिक आबादी को राहत मिलेगी.
निर्माण के लिए 2 करोड़ 53 लाख रुपये की पहली किस्त जारी की जा चुकी है. इस बारे में निर्माण संस्था को निर्देश दिए जा चुके हैं. जल्द ही दोबारा निर्देश जारी किए जाएंगे. इसके बाद ट्रामा सेंटर का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा.
- डॉ. नरेंद्र अग्रवाल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी