लखनऊ: देश के गृहमंत्री और लखनऊ लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी राजनाथ सिंह की राजाजीपुरम में चुनावी सभा आयोजित हुई. जनसभा के दौरान जहां राजनाथ सिंह ने कांग्रेस पार्टी के साथ ही मुखिया राहुल गांधी पर भी जमकर निशाना साधा. वहीं उन्होंने 5 साल की मोदी सरकार के जमकर कसीदे पढ़े और जनता से एक बार फिर लखनऊ से सांसद बनाने की अपील की.
गुरुवार को राजाजीपुरम के ई-ब्लाक चौराहे पर आयोजित चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे. राजनाथ सिंह ने कहा कि कांग्रेस राष्ट्र द्रोहियों के खिलाफ बने कानून को समाप्त करना चाहती है लेकिन हम ऐसा सख्त कानून लायेंगे जिसको याद करते ही देशद्रोहियों की रूह कांप उठेगी. बालाकोट में आतंकवाद के खिलाफ विश्व का सबसे बड़ा ऑपरेशन हुआ है. राजनाथ सिंह ने कि हम विश्व की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बन गये हैं. कांग्रेस की न्याय योजना को आंख में धूल झोंकने वाली करार दिया.
इस मौके पर राजनाथ सिंह ने पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई को भी याद किया और जनता से अटल के सपनों को साकार करने के लिए राजनाथ को संसद भेजने की गुजारिश की. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि राहुल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'चौकीदार चोर है' कहते हैं और हम कहते हैं कि 'चौकीदार प्योर है, उसका आना श्योर है'.
राजाजीपुरम में चुनावी सभा में मौजूद उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि मसूद अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित करने से आज 56 इंच का सीना पूरी दुनिया ने देख लिया है. उन्होंने कहा कि चीन जैसी महाशक्ति को भी पाकिस्तान का साथ छोडकर पीएम मोदी के सामने झुकना पडा है. प्रधानमंत्री के विदेशी दौरों व निर्णयों पर सवाल उठाने वालों को आज जवाब मिल गया है. पूरी दुनिया में मोदी का डंका बज रहा आज मोदी के निर्णायक और मजबूत नेतृत्व की जरूरत है. आतंक से वही निजात दिला सकते हैं. उन्होंने महागठबंधन पर धर्म और जाति की राजनीति करने का भी आरोप लगाया.
इस जनसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी आना था. शाम सात बजे मुख्यमंत्री को यहां पहुंचना था, लेकिन मंच पर आते ही राजनाथ ने जानकारी दी कि मुख्यमंत्री 9:30 बजे आएंगे. इस बीच कई गण्यमान्य अतिथियों के साथ विधि एवं न्याय मंत्री बृजेश पाठक, उपमुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा और गृहमंत्री राजनाथ सिंह का भाषण हो गया, लेकिन सीएम नहीं आए. आखिरकार 9:30 बजे सीएम का कार्यक्रम रद्द हो गया जिसके बाद योगी को सुनने के लिए जमा हुई भारी भीड़ मायूस होकर घर लौट गई.