मिर्जापुर: जिले की देहात कोतवाली पुलिस व स्वाट टीम ने मिलकर नकली शराब बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने बताया कि आरोपी सोनभद्र, मिर्ज़ापुर, प्रयागराज शराब की दुकानों पर लग्जरी गाड़ियों से सप्लाई किया करते थे. इनके पास से 4400 लीटर शराब बनाने के केमिकल सहित भारी मात्रा में पैकिंग मशीन, शीशी ढक्कन, कलर केमिकल के साथ कुल 27 लाख रुपये का सामान बरामद किया गया है. साथ ही 6 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. वहीं पुलिस इनके और साथियों की तलाश में जुटी है.
संयुक्त अभियान में मिली सफलता
देहात कोतवाली व स्वाट एसओजी और आबकारी की संयुक्त टीम ने देहात कोतवाली क्षेत्र के पांडेपुर लठियहवा मोहल्ले के पास गोशाला में छापेमारी कर अवैध शराब फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है. कार्रवाई करते हुए नकली शराब बनाने वाली फैक्ट्री व गैंग का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने छापेमारी के दौरान कुल 4400 लीटर शराब बनाने का केमिकल स्प्रिट और 446 लीटर तैयार नकली शराब, जिसकी कीमत करीब 10 लाख रुपये है, बरामद किया है.
साथ ही बनाने के उपकरण, पैकिंग मशीन सहित भारी मात्रा में खाली शीशी, ढक्कन नकली लेवल, बारकोड, गैलन, ड्रम, कलर केमिकल और तीन लग्जरी कार, रिक्शा समेत शराब की बिक्री का 23 हजार नकद बरामद किया है. बरामद किए गए सामान की कुल कीमत 27 लाख 75 हजार रुपये है. पुलिस ने कार्रवाई के दौरान मौके से छह अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. साथ ही पुलिस इनके फरार चार साथियों की तलाश में जुटी है.
सरगना है फरार
नकली शराब बनाने की फैक्ट्री का सरगना अनूप मालवीय है, जो कि फरार है. गिरफ्तार केशव गुप्ता, संतोष यादव ,संजय मौर्या, धीरज कुमार मौर्या, राजेंद्र कुमार मौर्या और विंध्यवासिनी शामिल हैं. ये सभी मिर्जापुर जिले के रहने वाले हैं. पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि नकली शराब का कारोबार मिर्जापुर, सोनभद्र और प्रयागराज की शराब की दुकानों पर सप्लाई किया करते थे. वहीं केमिकल और शराब बनाने में उपयोग किए जाने वाले उपकरण बाहर से मंगाए जाते थे.