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प्रशासन की लापरवाही: अनहोनी को आमंत्रण दे रहा गोमती नदी पर बना यह पुल - यूपी में पीपा पुलों की संख्या

लखनऊ में गोमती नदी में बना एक पीपे का पुल अपनी किस्मत पर रो रहा है. जर्जर हो चुका यह पुल किसी अनहोनी को आमंत्रण दे रहा है. हर दिन सैकड़ों लोग अपनी जान हथेली पर लेकर इस पुल पर सफर करते हैं.

अनहोनी को आमंत्रण दे रहा गोमती नदी पर बना यह पुल.
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Published : May 17, 2019, 12:24 PM IST

लखनऊ: राजधानी के ठाकुरगंज क्षेत्र में गोमती में बना पुल अनहोनी को निमंत्रण दे रहा है. दशकों से मौसम की मार झेल रहे इस पुल पर लोग अपनी जान जोखिम में डालकर सफर कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि सरकारें आती हैं, वादे होते हैं, लेकिन पुल की किस्मत नहीं बदल रही है.

अनहोनी को आमंत्रण दे रहा गोमती नदी पर बना यह पुल.
  • ठाकुरगंज क्षेत्र स्थित मेहंदी घाट में वर्षों पुराने पीपे का पुल जर्जर अवस्था में है.
  • दशकों से मौसम की मार, दो पहिया, चार पहिया व भारी वाहनों का बोझ झेलने वाला यह पुल आज भी अपनी किस्मत को रो रहा है.
  • इस पुल से रोजाना सैकड़ों लोग मजबूरन जान जोखिम में डालकर सफर करते हैं.
  • दाऊनगर, ककौली, अल्लू नगर डुगुरिया और घैला समेत अन्य कस्बे के लोग इस पुल से रोजाना गुजरते हैं. राहगीरों की मानें तो इसकी गहराई करीब 30 फीट है.

स्थानीय लोगों का कहना है कई बार इस जर्जर पुल को लेकर शिकायत की गई, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है. समय रहते अगर अब भी जिम्मेदार न चेते तो इस पुल से गुजरने वाले लोगों के साथ होने वाली घटना का जिम्मेदार कौन होगा.

लखनऊ: राजधानी के ठाकुरगंज क्षेत्र में गोमती में बना पुल अनहोनी को निमंत्रण दे रहा है. दशकों से मौसम की मार झेल रहे इस पुल पर लोग अपनी जान जोखिम में डालकर सफर कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि सरकारें आती हैं, वादे होते हैं, लेकिन पुल की किस्मत नहीं बदल रही है.

अनहोनी को आमंत्रण दे रहा गोमती नदी पर बना यह पुल.
  • ठाकुरगंज क्षेत्र स्थित मेहंदी घाट में वर्षों पुराने पीपे का पुल जर्जर अवस्था में है.
  • दशकों से मौसम की मार, दो पहिया, चार पहिया व भारी वाहनों का बोझ झेलने वाला यह पुल आज भी अपनी किस्मत को रो रहा है.
  • इस पुल से रोजाना सैकड़ों लोग मजबूरन जान जोखिम में डालकर सफर करते हैं.
  • दाऊनगर, ककौली, अल्लू नगर डुगुरिया और घैला समेत अन्य कस्बे के लोग इस पुल से रोजाना गुजरते हैं. राहगीरों की मानें तो इसकी गहराई करीब 30 फीट है.

स्थानीय लोगों का कहना है कई बार इस जर्जर पुल को लेकर शिकायत की गई, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है. समय रहते अगर अब भी जिम्मेदार न चेते तो इस पुल से गुजरने वाले लोगों के साथ होने वाली घटना का जिम्मेदार कौन होगा.

Intro:अनहोनी को आमंत्रण

लखनऊ। गोमती में भले ही कितना भी पानी बह चुका हो, यूपी में
कितनी भी सरकारें बदल चुकी हों, लेकिन इस पुल की किस्मत नहीं बदली। यूपी की राजधानी लखनऊ के ठाकुरगंज क्षेत्र स्थित मेहंदी घाट में वर्षों पुराने पीपे वाला पुल जर्जर अवस्था में है। यह पुल किसी बड़ी अनहोनी को आमंत्रण दे रहा है! समय रहते अगर अब भी जिम्मेदार न चेते तो इस पुल से गुजरने वाले लोगों के साथ होने वाली घटना का जिम्मेदार कौन होगा?


Body:पीपे वाले पुल पर लकड़ी से बना यह ब्रिज कहीं दूर दराज गांव का नहीं, बल्कि यूपी की राजधानी लखनऊ का है। दशकों से मौसम की मार, दो पहिया, चार पहिया व भारी वाहनों का बोझ झेलने वाला यह पुल आज भी अपनी किस्मत को रो रहा है! इस पुल से रोजाना सैकड़ों लोग मजबूरी वश जान जोखिम में डालकर सफर करते हैं। राहगीरों की मानें तो इसकी गहराई करीब 30 फीट है। दऊनगर, ककौली, अल्लू नगर डुगुरिया व घैला समेत अन्य कस्बे के लोग इस पुल से रोजाना गुजरते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कई बार इस जर्जर को लेकर शिकायत की गई, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है।।



Conclusion:राहुल श्रीवास्तव, लखनऊ
8318787082
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