लखनऊ: कोरोना महामारी की दूसरी लहर कितनी खतरनाक है यह किसी से छिपा नहीं है. पूरे भारत में हर रोज लाखों लोग इस महामारी की चपेट में आ रहे हैं, तो हजारों लोग इस महामारी के कारण अपनी जान गंवा रहे हैं. राजधानी लखनऊ में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण हाहाकार मचा हुआ है. लेकिन बावजूद इसके लोग कोविड गाइडलाइन का पालन नहीं कर रहे हैं. यहां तक की कोरोना की जांच कराने पहुंचे लोग भी कोविड गाइडलाइन की जमकर धज्जियां उड़ा रहे हैं. सोशल डिस्टेंसिंग की परवाह किए बगैर लोगों की भीड़ एक दूसरे पर चढ़ी जा रही है. वहीं कोविड गाइडलाइन का पालन कराने के लिए तैनात किए गए पुलिसकर्मी मूक दर्शक बनकर तमाशा देख रहे हैं.
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सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे लोग
लापरवाही का यह मामला लखनऊ के ग्रामीण क्षेत्र गोसाईगंज के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का है. जहां कोरोना की जांच कराने पहुंचे लोगों ने कोविड गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी. सख्ती की वजह से लोग अपने-अपने घरों से मास्क लगाकर तो निकले, लेकिन स्वास्थ्य केंद्र में जांच कराने के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखना भूल गए. वहीं अस्पताल में मौजूद पुलिस बल भी मूक दर्शक बनकर यह सब देखता रहा. उधर, अस्पताल प्रशासन ना तो लोगों को समझा-बुझाकर कोविड गाइडलाइन का पालन करा पा रहा है और ना ही सोशल डिस्टेंसिंग के लिए सर्किल बनावा रहा है. जिससे लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर सकें.
अस्पताल प्रशासन ने झाड़ा पल्ला
ईटीवी भारत ने गोसाईगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉ. हेमंत कुमार से अस्पताल परिसर में अव्यवस्थाओं और कोविड गाइडलाइन का पालन नहीं होने को लेकर जब सवाल किया, तो उन्होंने अस्पताल में कम स्टाफ का रोना रोकर मामले से पल्ला झाड़ लिया. उन्होंने कहा कि अस्पताल में स्टाफ की काफी कमी है, जिसकी वजह से यह समस्या आ रही है.