आजमगढ़: जिले में फर्जी शिक्षकों की नियुक्ति का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. एसआईटी की इंक्वायरी में 10, एसटीएफ की कार्रवाई में 3 और जिला स्तरीय सतर्कता समिति की जांच में कुल मिलाकर 50 शिक्षक फर्जी पाए गए हैं. जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने इनकी सेवा समाप्ति करते हुए सम्बंधित थानों में एफआईआर का आदेश दिया है.
शासन के निर्देश पर वर्ष 2018 से ही एसटीएफ फर्जी शिक्षकों की जांच कर रही है. जांच शुरू होने के बाद कई फर्जी शिक्षकों की सेवा समाप्त कर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है. जिले में कुल छह शिक्षक संदिग्ध पाए गए हैं. इसमें तीन की सेवा समाप्त कर उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई जा चुकी है. इसमें तहबरपुर ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय केशवपुर बरतानी में तैनात सहायक अध्यापक वरुणेश कुमार, लालगंज के प्राथमिक विद्यालय इस्माइलपुर बरहती में तैनात अरुण कुमार मिश्र और अतरौलिया के प्राथमिक विद्यालय भिउरा में रिकी सिंह शामिल हैं. इसमें कई की गिरफ्तारी हो चुकी है. शिक्षा क्षेत्र मार्टीनगंज के प्राथमिक विद्यालय चकटेउखर में तैनात रहे सहायक अध्यापक अजय कुमार कुशवाहा और शिक्षा क्षेत्र हरैया के प्राथमिक विद्यालय विशेनकापुरा में तैनात रहे सहायक अध्यापक प्रवीण कुमार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का आदेश संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी को दिए गए हैं.
बेसिक शिक्षा अधिकारी अंबरीश कुमार ने बताया कि किसी भी फर्जी शिक्षक को बख्शा नहीं जाएगा. अभिलेखों के सत्यापन में फर्जी मिले शिक्षकों की सेवा समाप्ति और उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने की कार्रवाई जारी है. जनपद से जुड़े हुए पूरे प्रदेश में किसी भी जिले में डबल पैन या सर्टिफिकेट का मामला सामने आया है. उसकी गहनता से जांच कराई जा रही है. मुकदमा दर्ज कराने के बाद फर्जी शिक्षकों से उनके आहरित वेतन की रिकवरी को लेकर भी वित्त लेखाधिकारी को निर्देश दिए गए हैं. फिलहाल शिक्षा क्षेत्र मार्टीनगंज व हरैया के प्राथमिक विद्यालयों में तैनात रहे दो और शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के लिए खंड शिक्षा अधिकारियों को आदेश पारित कर दिया गया है.