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बस्ती: सॉल्वर के सहारे सहायक अध्यापक परीक्षा पास करने का आरोप, जांच के आदेश

उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में एक और शिक्षक के फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है. आरोप है कि आरोपी शख्स ने सहायक अध्यापक की परीक्षा खुद ना देकर किसी और से दिलवाई. ज्वाइनिंग के वक्त पूरे मामले का भंडाफोड़ हुआ. अब बेसिक शिक्षा अधिकारी जगदीश शुक्ला ने इस पूरे मामले को लेकर तत्काल जांच टीम गठित कर दी है.

बस्ती में शिक्षक फर्जीवाड़ा
बस्ती में शिक्षक फर्जीवाड़ा
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Published : Nov 7, 2020, 11:55 AM IST

बस्ती: उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा विभाग में अनामिका कांड के बाद लगातार नटवरलाल शिक्षकों का खुलासा हो रहा है. इस बार बस्ती के एक ऐसे नटवरलाल से शिक्षक बने शख्स का खुलासा हुआ है, जिसने सहायक अध्यापक की परीक्षा खुद न देकर किसी और से दिलवाई और वह परीक्षा पास कर ली. अब जब जॉइनिंग की बारी आई तो जॉइन करने स्कूल में कोई और पहुंचा. इस मामले का खुलासा तब हुआ जब अध्यापक बने विष्णु कुमार गुप्ता का प्रवेश पत्र उसके साथियों ने देखा. उसके बाद विष्णु कुमार गुप्ता के फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ हो गया. अब इस पूरे मामले को लेकर बेसिक शिक्षा विभाग ने कार्रवाई के लिए परीक्षा नियामक को पत्र भेजा है. बेसिक शिक्षा में सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा शुरू से ही विवादों में रही है. परीक्षा में किसी और के बैठने की चौंकाने वाली खबर का खुलासा हुआ है.

साथियों के शक होने पर मामले का हुआ खुलासा

दरअसल विष्णु कुमार गुप्ता ने 2019 में सहायक अध्यापक पात्रता की परीक्षा को पास किया. उसके अन्य साथियों को जब इस बात की जानकारी हुई तो उन लोगों ने शक होने पर विष्णु कुमार गुप्ता का प्रवेश पत्र निकाला तो सारा मामला खुलकर सामने आ गया. विष्णु कुमार गुप्ता ने इलाहाबाद से सहायक अध्यापक पात्रता की परीक्षा पास की थी. विष्णु के दोस्तों को उसी वक्त शक हो गया था, जब वह इलाहाबाद एग्जाम देने गया. बस्ती के रहने वाले विष्णु ने आखिर इलाहाबाद को क्यों चुना? यही उसके दोस्तों के शक का कारण बना. परीक्षाफल आने के बाद जब विष्णु कुमार गुप्ता का प्रवेश पत्र उसके साथियों ने देखा तो उन्हें अंदाजा हो गया कि विष्णु ने फर्जीवाड़ा किया है और टीईटी के एग्जाम में विष्णु की बजाय किसी और ने परीक्षा दी है. इस मामले की जानकारी मीडिया में आने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग हक्का-बक्का रह गया.

मामले की जांच के लिए टीम गठित

इस पूरे मामले को लेकर जब नटवरलाल शिक्षक विष्णु कुमार गुप्ता से बात की तो उसका जवाब संतोषजनक नहीं था. कभी वह लिपिकीय त्रुटि का हवाला देता तो कभी पुरानी फोटो कहकर मामले से पल्ला झाड़ने का प्रयास कर रहा था. बेसिक शिक्षा अधिकारी जगदीश शुक्ला ने इस पूरे मामले को लेकर तत्काल जांच टीम गठित कर दी है. आरोपी शिक्षक का पुलिस वेरिफिकेशन और परीक्षा नियामक से जांच करवाने के लिए पत्र भेज दिया गया है.

बस्ती: उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा विभाग में अनामिका कांड के बाद लगातार नटवरलाल शिक्षकों का खुलासा हो रहा है. इस बार बस्ती के एक ऐसे नटवरलाल से शिक्षक बने शख्स का खुलासा हुआ है, जिसने सहायक अध्यापक की परीक्षा खुद न देकर किसी और से दिलवाई और वह परीक्षा पास कर ली. अब जब जॉइनिंग की बारी आई तो जॉइन करने स्कूल में कोई और पहुंचा. इस मामले का खुलासा तब हुआ जब अध्यापक बने विष्णु कुमार गुप्ता का प्रवेश पत्र उसके साथियों ने देखा. उसके बाद विष्णु कुमार गुप्ता के फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ हो गया. अब इस पूरे मामले को लेकर बेसिक शिक्षा विभाग ने कार्रवाई के लिए परीक्षा नियामक को पत्र भेजा है. बेसिक शिक्षा में सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा शुरू से ही विवादों में रही है. परीक्षा में किसी और के बैठने की चौंकाने वाली खबर का खुलासा हुआ है.

साथियों के शक होने पर मामले का हुआ खुलासा

दरअसल विष्णु कुमार गुप्ता ने 2019 में सहायक अध्यापक पात्रता की परीक्षा को पास किया. उसके अन्य साथियों को जब इस बात की जानकारी हुई तो उन लोगों ने शक होने पर विष्णु कुमार गुप्ता का प्रवेश पत्र निकाला तो सारा मामला खुलकर सामने आ गया. विष्णु कुमार गुप्ता ने इलाहाबाद से सहायक अध्यापक पात्रता की परीक्षा पास की थी. विष्णु के दोस्तों को उसी वक्त शक हो गया था, जब वह इलाहाबाद एग्जाम देने गया. बस्ती के रहने वाले विष्णु ने आखिर इलाहाबाद को क्यों चुना? यही उसके दोस्तों के शक का कारण बना. परीक्षाफल आने के बाद जब विष्णु कुमार गुप्ता का प्रवेश पत्र उसके साथियों ने देखा तो उन्हें अंदाजा हो गया कि विष्णु ने फर्जीवाड़ा किया है और टीईटी के एग्जाम में विष्णु की बजाय किसी और ने परीक्षा दी है. इस मामले की जानकारी मीडिया में आने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग हक्का-बक्का रह गया.

मामले की जांच के लिए टीम गठित

इस पूरे मामले को लेकर जब नटवरलाल शिक्षक विष्णु कुमार गुप्ता से बात की तो उसका जवाब संतोषजनक नहीं था. कभी वह लिपिकीय त्रुटि का हवाला देता तो कभी पुरानी फोटो कहकर मामले से पल्ला झाड़ने का प्रयास कर रहा था. बेसिक शिक्षा अधिकारी जगदीश शुक्ला ने इस पूरे मामले को लेकर तत्काल जांच टीम गठित कर दी है. आरोपी शिक्षक का पुलिस वेरिफिकेशन और परीक्षा नियामक से जांच करवाने के लिए पत्र भेज दिया गया है.

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