सीतापुर: प्रदेश में जनता को अपनी शिकायत दर्ज कराने के लिए आईजीआरएस पोर्टल प्रमुख भूमिका निभा रहा है. इस पोर्टल पर दर्ज शिकायतों का समय से और सही तरह से निपटाने की जिम्मेदारी संबंधित अधिकारियों की है. इसके विपरीत जिले के अधिकारी इसमें लापरवाही बरत रहे हैं. पिछले माह समीक्षा बैठक के दौरान 11 अफसर इस मामले में डिफॉल्टर पाये गए थे. जिन्हें कड़ी चेतावनी दी गई थी और उनके वेतन भुगतान पर भी रोक लगा दी गई थी.
सीतापुर में हुई समीक्षा बैठक
- मामला सीतापुर जिले का है, जहां तैनात अधिकारी पोर्टल पर दर्ज शिकायतों के निस्तारण में रूचि नहीं ले रहे हैं.
- पिछले माह समीक्षा बैठक के दौरान 11 अफसर डिफॉल्टर पाये गए थे, जिन्हें कड़ी चेतावनी के साथ उनके वेतन भुगतान पर भी रोक लगा दी गई थी.
- जून में शुक्रवार को हुई समीक्षा बैठक में फिर करीब एक दर्जन अधिकारी शिकायतों के लंबित होने के कारण डिफॉल्टर की श्रेणी में पाए गए हैं.
- जिलाधिकारी ने फिर इन्हें कड़ी फटकार लगाते हुए तत्काल लंबित शिकायतों का निस्तारण करके डिफॉल्टर की श्रेणी से बाहर आने की हिदायत दी है.
जिले के सभी अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि यह आईजीआरएस पोर्टल पर दर्ज शिकायतों के निस्तारण में तेज़ी लेकर डिफॉल्टर्स की श्रेणी में आने से बचे अन्यथा उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी.
अखिलेश तिवारी ,जिलाधिकारी