रायबरेली: देश की हाई प्रोफाइल सीटों में शुमार रही रायबरेली के चुनाव परिणामों में नोटा ने टॉप 3 में जगह बनाने में कामयाबी हासिल की है. 6 मई को हुए मतदान में इस सीट से कुल 15 उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे. यहां तमाम सियासी पार्टियां दम भरने की बात कर रही थीं साथ ही कई निर्दलीय सूरमा भी ताल ठोंक रहे थे. परिणाम आने पर यह सभी बातों के शेर ही साबित हुए.
- 2014 लोकसभा चुनावों में जहां नोटा के खाते में महज 4 हजार वोट मिले थे.
- वहीं 2019 में कई दलों को पछाड़ते हुए तीसरे पायदान पर काबिज रहा.
- यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी एकतरफा जीत पाने में सफल नही रहीं.
हालांकि, उन्हें भाजपा से कड़ी टक्कर मिली और इसी का नतीजा रहा कि पिछले चुनावों के मुकाबले उनकी जीत का अंतराल 2 लाख से कम मतों में सिमट गया. कुल 15 उम्मीदवारों में से भाजपा व कांग्रेस के उम्मीदवारों को छोड़कर अन्य सभी जमानत बचाने में भी सफल नही हो सके. सोनिया गांधी को कुल 5 लाख 34 हजार 918 वोट मिले जबकि भाजपा उम्मीदवार को महज 3 लाख 67 हजार 740 मतों से संतोष करना पड़ा. वहीं नोटा के हिस्से में 10 हजार 252 वोट गए.