उन्नाव: जिले की भगवंत नगर विधानसभा में गंगा के किनारे बक्सर तट पर स्थित मां चंद्रिका का सिद्ध धाम क्षेत्र के लगभग आधा दर्जन जिलों के श्रद्धा का प्रमुख केंद्र है. चैत्र नवरात्र की शुरुआत शनिवार से हो गई है. 8 दिनों तक चलने वाले इस नवरात्र में भक्त मां शक्ति की उपासना करते हैं. वहीं नवरात्र को लेकर मां चंद्रिका धाम में आने वाले लाखों श्रद्धालु मां के दर्शन से पुण्य अर्जन प्राप्त करते हैं और अपनी मनोकामनाएं पूरी करने के लिए मां के दरबार में माथा टेकते है.
मंदिर के मुख्य पुजारी विजय तिवारी का कहना है कि बहुत पूर्व काल में बकासुर नाम का राक्षस अपने अत्याचार से लोगों को परेशान करता था. बकासुर राक्षस अपने भोजन के लिए यहां की सभी परिवारों को प्रतिदिन अपने-अपने घर से एक-एक व्यक्ति को भेजने का फरमान दे रखा था. उसी बीच भीम यहां पहुंचे और जिस घर में वह रात्रि विश्राम कर रहे थे, उसी घर से अगले दिन बकासुर का भोजन बनने के लिए उन्हें अपने पुत्र को भेजना था. इसके कारण पूरे घर में मातम जैसा माहौल था.
भीम ने पूछा तो घर वालों ने इसकी जानकारी उन्हें दी अगले दिन भीम स्वयं उनके पुत्र की जगह बकासुर के पास पहुंचे और उन्होंने बकासुर का वध कर दिया. तभी से इस स्थान का नाम बक्सर पड़ा.
वहीं मां चंद्रिका सिद्ध पीठ का इतिहास भी पुराणों मे मिलता है. जानकारी के अनुसार जग खंडित होने के बाद जब भोलेनाथ माता सती को कंधे में लेकर जा रहे थे. तब मां के कुछ अंग बक्सर में गिरे थे, तभी से यहां माता सती साक्षात रूप में मां चंद्रिका के रूप में विद्यमान है.