महराजगंज: कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन से बहुतों को दर्द मिला हो, लेकिन बड़ी संख्या में कुछ ऐसे लोग भी हैं, जिन्हे लंबे समय बाद इस ईद के त्योहार पर अपने घर परिवार के बीच रहकर खुशियां मनाने का मौका मिला है. बता दें कि जिले के नगर पंचायत पनियरा के जियाउल हक को भी 14 साल बाद अपने परिवार के साथ ईद मनाने की खुशी मिली.
14 साल बाद पैतृक घर पर मनाई ईद
नगर पंचायत पनियरा के मोहम्मद जियाउल हक सऊदी अरब के रियाद में डाटा इंट्री का काम करते हैं. काम की व्यस्तता के चलते देश में आने का मौका चार- पांच साल में कुछ ही दिनों के लिए मिल पाता है. इसी को लेकर 14 वर्षों से वह कभी अपने परिवार के साथ ईद नहीं मना सके थे. इस वर्ष जनवरी में घर आए तो पूरे विश्व में कोरोना ने दस्तक ने दे दिया. मोहम्मद जियाउल हक को मार्च में वापस जाकर ड्यूटी ज्वॉइन करनी थी, लेकिन हवाई सेवा बंद होने के कारण सऊदी अरब नहीं जा सके. जियाउल हक को खुशी इस बात की है कि परिवार के साथ ईद मनाने का मौका मिला है. ईद के अवसर पर इनके घर पर रहने से परिवार में खुशी दोगुनी हो गई है.
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लखनऊ: लखनऊ पुलिस ने ईद के पावन त्योहार पर लॉकडाउन का अनुपालन कराने में कामयाबी हासिल की है.
लोगों को जागरूक करने के लिए मस्जिदों में लगाए गए पोस्टर
वहीं दूसरी ओर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पुलिस का बखूबी सहयोग किया है. अपने समुदाय के लोगों को मौलाना, मौलवी और मुस्लिम धर्मगुरु समझा रहे हैं साथ ही कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए जागरूक कर रहे हैं. तो वहीं दूसरी ओर मस्जिद और ईदगाह के गेट पर ईद के दिन बैनर और पोस्टर लगाकर लोगों को जागरुक किया जा रहा है, कि सोशल डिस्टेंस का पालन करते रहें और कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए उचित दूरी बनाए रखें.
बता दें कि मस्जिद और ईदगाह पर पोस्टर लगाए गए हैं. इन पोस्टरों पर साफ शब्दों में लिखा हुआ है कि आप नमाज अदा करने मस्जिद , ईदगाह पर न जाएं. साथ ही अल्लाह की इबादत आप अपने घर में रहकर ही करें.