प्रयागराज: इलाहाबाद विश्वविद्यालय में दो दिवसीय दौरे पर मूल्यांकन करने आई नैक टीम ने पूरे विश्वविद्यालय का भ्रमण किया. इस दौरान विश्वविद्यालय कैंपस के छात्रों से बातचीत कर कैंपस की जानकारी ली. प्रशासनिक ऑफिस से लेकर रेस्ट हाउस तक का भ्रमण नैक टीम ने किया. वहीं विश्वविद्यालय के जीएन झा छात्रावास के छात्रों का कहना है कि नैक टीम को मूल रूप से सभी हॉस्टलों का निरीक्षण करना चाहिए था. टीम वहीं गई जहां विश्वविद्यालय प्रशासन ले गया.
पीजी की पढ़ाई कर रहे इलाहबाद विश्वविद्यालय के छात्र विकास कुमार ने बताया कि नैक टीम सिर्फ सर सुंदर लाल छात्रावास गई. इसके अलावा बाकी के सात हॉस्टल को बिना देखे वापस चली गई. छात्रों का कहना है कि नैक टीम वहां गई जहां पर विश्वविद्यालय प्रशासन ले गया. नैक टीम को रिसर्च कर रहे छात्रों से मुलाकात कर विश्वविद्यालय का मूल्यांकन करना चाहिए था.
छात्रों ने कहा कि जीएन झा हॉस्टल की बात करूं तो यहां कोई मूलभूत सुविधा नहीं है. न मेस की, न कॉमन हॉल की और न ही लाइब्रेरी की सुविधा है. आज इस हॉस्टल में जो कुछ भी है वह छात्र अपने से मिलकर करते हैं. सभी मूलभूत सुविधाओं के लिए सभी छात्र मिलकर उस काम को पूरा करते हैं.
एलएलबी कर रहे छात्र मिथलेश का कहना है कि नैक टीम आई तो लेकिन वह प्रशासन के घेरे में रहकर चली गई. टीम को विश्वविद्यालय में हो रही धांधली पर ध्यान देना चाहिए था. रिसर्चर गौरव पांडेय ने बताया कि नैक टीम जिस काम के लिए आई थी. वह काम तो किया ही नहीं. टीम को विश्वविद्यालय के अलावा मुख्य रूप से रिसर्च कर रहे छात्रों से मिलना चाहिए था. उनको किस प्रकार से दिक्कत हो रही है और क्या सुविधा मिले इस पर बात करना चाहिए था.