बाराबंकी: झारखंड में हुई मॉब लिंचिंग की घटना के विरोध में शहर में जोरदार प्रदर्शन हुआ. मौलानाओं की अगुवाई में प्रदर्शनकारी आरोपियों को फांसी दिए जाने की मांग कर रहे थे. यह जुलूस नगर के फजलुर्रहमान पार्क से शुरू होकर कलेक्ट्रेट पर समाप्त हुआ. जहां राष्ट्रपति के नाम जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया. मीडिया से बातचीत में मौलानाओं ने पीएम मोदी से ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कानून बनाने की मांग की.
प्रदर्शन में शामिल मौलानाओं ने कहा कि हमारा मुल्क हमेशा से अमन पसंद रहा है. हम चाहते हैं कि हिन्दू-मुस्लिम भाईचारे और मोहब्बत से एक साथ रहें. वहीं कुछ लोग इस भाई चारे को बिगाड़ने में लगे हैं और इस तरह की वारदातें कर रहे हैं. मॉब लिंचिंग करके साम्प्रदायिक माहौल खराब करने की कोशिश की जा रही है. सरकार को ऐसे लोगो के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए. इससे हमारे मुल्क में अमन चैन बना रहेगा.
हम आज इस प्रदर्शन में हिंदू-मुस्लिम सभी धर्मों के लोग शामिल हुए हैं. इससे पता चलता है कि मॉब लिंचिंग किसी भी सूरत में नाकाबिल-ए-बर्दाश्त है. हम सरकार से इस मामले में सख्त कार्रवाई करने की अपील करते हैं ताकि साम्प्रदायिक ताकतें सिर न उठा सकें.
- इरशाद ,प्रदर्शनकारी
इस तरह की घटनाओं से अल्पसंख्यक समाज मे असुरक्षा की भावना बढ़ रही है. निश्चय ही सरकार को ऐसे मामलों को गंभीरता से लेने की जरूरत है. इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील करते हैं कि मॉब लिंचिंग को रोकने के लिए कानून बनाया जाए ताकि देश की सामाजिक एकता और अखंडता बनी रहे.
- मुफ्ती कलीम मोहम्मद, मौलाना