हरदोई : हरदोई लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद अंशुल वर्मा का पार्टी से टिकट कटने के बाद भाजपा के खिलाफ उनके बगावती तेवर खूब देखने को तो मिल रहे हैं. सपा में शामिल हो कर उन्होंने भाजपा पर कटाक्ष करने के बाद अब जिला प्रशासन पर भी आरोप लगाए हैं. उन्होंने भाजपा नेताओं पर आचार संहिता का उल्लंघन करने और जिला प्रशासन पर मामले पर कोई कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया है.
सांसद अंशुल वर्मा ने नरेश अग्रवाल के अभद्र भाषा शैली इस्तेमाल करने और मंदिर प्रांगण में जनसभा करने का विरोध कर अपनी आवाज़ बुलंद की थी. जिला प्रशासन ने इस पर नरेश अग्रवाल को एक नोटिस भी जारी किया था. उन्होंने डिप्टी सीएम की जनसभा पर भी आपत्ति जताते हुए कहा कि इस तरह से सत्ताधारी पक्ष के लोग नियमों का उल्लंघन करेंगे तो लोकतंत्र खत्म हो जाएगा.
अंशुल ने आरोप लगाया कि अभी दो मामले संज्ञान में आए थे, जिन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई. एक बार सांडी क्षेत्र में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष की जनसभा मंदिर की जमीन पर आयोजित की गई. इसको लेकर जब जिलाधिकारी से बात की गई तो उन्होंने एआरओ से जानकारी किये जाने की बात कही. साथ उस जमीन को मंदिर का न होने की बात कही.
उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी प्रशासनिक अधिकारी होता है और उनकी पूरी जिम्मेदारी होती है कि वो आचार संहिता का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करें. साथ ही कहा कि अगर जिला प्रशासन दबाव में काम करेगा तो लोकतंत्र का अस्तित्व खत्म हो जाएगा.