वाराणसी: आदमपुर थाना क्षेत्र की कब्रगाह से आज एक डॉक्टर के शव को कब्र से निकाला गया. मां को शक इसलिए था कि उसका बेटा डॉ. रफी मौत के कुछ दिन पहले अपने ससुराल आजमगढ़ गया हुआ था. वहां पर वह अचानक बीमार हो गया. बीमारी के कुछ दिन बाद वह वाराणसी में इलाज कराने के लिए आया और वहीं उसकी मौत हो गई. मृतक की मां को शक था कि बीमारी से नहीं बल्कि उसे जहर दिया गया था. जिससे उसकी हालत खराब हुई और कुछ दिनों बाद उसकी मौत हो गई.
बेटे की मौत के बाद हताश मां ने अपने शक को दूर करने के लिए अधिकारियों के कार्यालयों के चक्कर लगाए. जिसके बाद आजमगढ़ के अधिकारियों ने एडीजी जोन से संपर्क किया और इस पूरे मामले की जांच के लिए डॉक्टर रफीक के शव को कब्र से निकालकर पोस्टमार्टम कराने का निर्णय लिया गया.
कब्रगाह से निकाला गया शव-
- मृतक की मां को शक था कि बीमारी से नहीं बल्कि उसके बेटे को जहर दिया गया था.
- मां ने 25 फरवरी 2019 को आजमगढ़ के एसएसपी और डीएम से मिलकर इस पूरे मामले में जांच की गुहार लगाई.
- वाराणसी के लाट सरैया स्थित कब्रगाह से डॉ. रफी का शव पुलिस की निगरानी में निकाला गया.
- डॉ. रफी के शव को कब्रगाह से निकालने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.
- इस पूरे प्रकरण को लेकर वीडियोग्राफी भी कराई गई है.
डॉ. रफी की मां को शक था कि उसका बेटा डॉ. रफी मौत के कुछ दिन पहले अपने ससुराल आजमगढ़ गया हुआ था. वहां पर उसे जहर दिया गया था.मामले की जांच के लिए डॉक्टर रफीक के शव को कब्र से निकालकर पोस्टमार्टम करवाने का निर्णय लिया गया है.
-कमलेश चंद, सिटी मजिस्ट्रेट