सहारनपुर : बरसात के मौसम में यमुना नदी और बरसाती नदियों में बाढ़ की संभावनाएं बढ़ जाती हैं. नदी के किनारे वाले इलाकों को बाढ़ से बचाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने समय से पहले ही कमर कस ली है. इसके चलते सहारनपुर बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों के पास यमुना नदी के तटवर्तीय इलाकों में पानी के बहाव को कम करने के लिए 12 स्थानों पर तटबंदी की जा रही है. बाढ़ नियंत्रण व राजस्व राज्यमंत्री विजय कश्यप ने मौके पर पहुंचकर न सिर्फ पत्थरों से बनाई जा स्टड का निरीक्षण किया, बल्कि सिंचाई विभाग को आवश्यक निर्देश दिए हैं.
बनाये जा रहे 12 स्टड
यमुना किनारे पहुंचे राज्य मंत्री ने 12 स्टड बरसात आने से पहले तैयार करने को कहा है. स्टड बनाने से पहले पानी की गहराई और लम्बाई की पैमाइश भी कराई. मानसून की बारिश को देखते हुए जल्द से जल्द कार्य पूर्ण होने के लिए सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देशित भी किया.
सैकड़ों गांव होते हैं प्रभावित
आगामी दिनों में यमुना किनारे बसे सैकड़ों गांवों में बाढ़ जैसे हालात हो जाते हैं. किसानों के खेतों में यमुना का पानी भर जाने से हजारों बीघा फसल खराब हो जाती है. इससे किसानों को इससे न सिर्फ भारी नुकसान उठाना पड़ता है, बल्कि बरसात के दिनों में पलायन करने को भी मजबूर होना पड़ता है.
कार्य में तेजी लाने के निर्देश
सरसावा थाना क्षेत्र के गांव बिन्नाखेड़ी, हैदरपुर, झरौली, गंघोड़, हुसैनपुर जैसे यमुना नदी के तटवर्तीय सभी गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगता है. पानी के तेज बहाव में कटाव होने से ग्रामीणों की खेती की जमीन यमुना नदी के पानी से डूब जाती है. इसकी गम्भीरता को देखते हुए इस बार अधिक कटाव को रोकने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने यमुना तट के पास 12 ठोकरें (स्टड) बनाने की मंजूरी दी है. स्टड बनाने का काम सिंचाई विभाग द्वारा तेजी से किया जा रहा है.
मिली कई खामियां
तटबंदी कार्य की जांच करने के लिए बाढ़ नियंत्रण और राजस्व राज्यमंत्री विजय कश्यप सहारनपुर पहुंचे, जहां उन्होंने यमुना नदी किनारे पहुंच कर बांधों की गहनता से जांच की. इस दौरान न सिर्फ पत्थरों और मनकों में खामियां पाई गईं, बल्कि जब पानी की गहराई नापी गई तो सिंचाई विभाग के जेई व मंत्री के सहायक के बीच नोकझोंक भी हो गई.
सीएम ने दिए हैं निर्देश
बाढ़ नियंत्रण व राजस्व राज्यमंत्री विजय कश्यप ने निरीक्षण के बारे में जानकरी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश पर आज यहां पर औचक निरीक्षण किया गया है. इसके चलते क्षेत्र में बाढ़ से होने वाले नुकसान व जमीनों के कटाव को रोकने के लिए सिंचाई विभाग द्वारा 12 तटबंध बनाए जा रहे हैं. जांच में कुछ खामियां सामने आई हैं, जिसके लिए सिंचाई विभाग को निर्देशित कर दिया गया है. वहीं बरसात से पहले इस कार्य को जल्द से जल्द पूर्ण करने के लिए सिंचाई विभाग को निर्देश दिए गए हैं.