बुलंदशहर: प्रदेश की राज्य महिला आयोग की सदस्य मीना कुमारी बुलंदशहर पहुंचीं. महिला उत्पीड़न की रोकथाम और पीड़ित महिलाओं न्याय दिलाने के उद्देश्य से मीना कुमारी शहर के लोक निर्माण विभाग के गेस्ट हाउस पर जन सुनवाई के लिए पहुंची थीं. इस दौरान मीना कुमारी जन सुनवाई में पुलिस के अधिकारियों के न पहुंचने से नाराज थीं. ईटीवी से बातचीत में उन्होंने कहा कि कड़वी सच्चाई है कि थाने और कोतवाली पर बैठे जिम्मेदार उन्हें कुछ नहीं समझते.
- मीना कुमारी पीड़ित महिलाओं को न्याय दिलाने के उद्देश्य से शहर आयी थीं.
- इस मौके पर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को भी उपस्थित होना था.
- जन सुनवाई में एडमिनिस्ट्रेशन की तरफ से सिर्फ सिटी मजिस्ट्रेट व एसडीएम मौजूद थे.
- पुलिस विभाग की तरफ से जिम्मेदार अफसर के न पहुंचने पर आयोग की सदस्य नाराज थीं.
- मीना कुमारी ने पुलिस प्रशासन पर पूरी तहर से सहयोग न देने का गंभीर आरोप लगाया.
मीना कुमारी ने कहा कि-
सीओ और एसपी सिटी में से भी किसी जिम्मेदार अधिकारी को जन सुनवाई में होना चहिए था. उन्होंने कहा कि यह पहली बार नहीं है ऐसा अक्सर होता है. महिला आयोग को थानेदार भी कुछ नहीं समझते हैं. उन्होंने कहा कि वह यहां सुनवाई के लिए आई थीं. तमाम तरह की समस्याएं यहां लोग लेकर आए थे.
महिला आयोग सुनवाई कैसे करता, जब संबंधित थाने या कोतवाली से संबंधित कोई भी अधिकारी या उसका कोई जिम्मेदार ऑफिसर ही नहीं था. उन्होंने कहा कि इसकी शिकायत सूबे के मुखिया से करेंगी. मीना कुमारी ने कहा कि अगर आगे भी इसमें बदलाव नहीं हुआ तो वह इसमें प्रदेश की राजधानी में बैठे जिम्मेदारों को भी इस तरफ गम्भीरता से कदम उठाने के बारे में वार्ता करेंगी.