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अस्‍पतालों में इलाज का आश्‍वासन नहीं मिला तो दुकानें बंद करने पर मजबूर होंगे दवा व्‍यापारी

लखनऊ में केमिस्ट एसोसिएशन ने कोरोना होने पर खुद के इलाज को लेकर आवाज उठाई है. एसोसिएशन ने कहा है कि अगर हमें कोरोना होने पर बेहतर इलाज देने का आश्वासन प्रशासन नहीं देता है तो हम दुकान खोलने में असमर्थ होंगे .

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Published : May 2, 2021, 12:20 AM IST

दवा व्यापारियों ने मांंगी मदद
दवा व्यापारियों ने मांंगी मदद

लखनऊ: राजधानी में लखनऊ केमिस्ट एसोसिएशन ने दवा व्‍यापारियों के इलाज और जरूरत पड़ने पर अस्पताल में बेड की व्‍यवस्‍था सुनिश्चित करने की मांग की है, ताकि दवा व्‍यापारी भयमुक्‍त होकर अपनी दुकानें खोल सकें. जिससे जरूरतमंदों को दवाएं उपलब्‍ध होती रहें. एसोसिएशन का कहना है कि अगर प्रशासन ऐसा करना सुनिश्चित नहीं करता है तो हम बहुत समय तक अपनी दुकानें खोलना जारी रख पाने में असमर्थ होंगे, क्योंकि तेजी से बढ़ रहे कोरोना वायरस के प्रकोप से दुकान में बैठे केमिस्ट भी संक्रमित हो रहे हैं. बेहतर इलाज के अभाव में उनकी जान भी चली गई.

यह भी पढ़ें: विश्वविद्यालय परिसर में चलेगा वैक्सीनेशन ड्राइव, कॉलेजों को दिए गए दिशा-निर्देश

एसोसिएशन के अध्यक्ष ने डीएम को लिखा पत्र

एसोसिएशन के प्रवक्‍ता मयंक कुमार रस्‍तोगी ने कहा कि लखनऊ केमिस्ट एसोसिएशन के कार्यकारी अध्यक्ष सुरेश कुमार और महामंत्री हरीश शाह ने इस सम्‍बन्‍ध में जिलाधिकारी को पत्र प्रेषित कर अपनी मांग रखी है. उन्होंने कोविड महामारी के मौजूदा हालातों के बीच हम सभी दवा व्यापारी अपने प्राणों की परवाह किए बिना जन सेवा में प्रतिदिन दवा बाजार खोलते हैं. सभी जरूरतमंद मरीजों को दवाई देते हैं. हमने बार-बार आप सब को अवगत कराया है कि कोरोना महामारी का प्रकोप एक बार फिर से अपने चरम पर है और इसकी दूसरी लहर पहली लहर से भी कहीं खतरनाक साबित हो रही है. शासन प्रशासन हमें कोरोना योद्धा तो मानता नहीं और न ही हम दवा व्यापारियों के लिए कोई संवेदनशीलता दिखाता है. किसी प्रकार की मदद हमें प्रशासन से नहीं मिल रही है और रोजाना दवा व्यापारी परिवार से कोई न कोई मौत की खबर लगातार आ रही है.

दिन रात सताती है परिवार की चिंता

इस भय के वातावरण में कोई भी दवा व्यापारी अपनी दुकान नहीं खोलना चाहता, क्योंकि हर समय परिवार तथा बच्चों की चिंता रहती है. हमारा संगठन समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए अपने सदस्‍यों को दुकान खोलने के लिए लगातार प्रेरित कर रहा है. सभी दवा व्यापारियों और उनके परिवार वालों के लिए कोरोना पॉजिटिव होने की स्थिति में विशेष रूप से अस्पतालों में बेड की सुविधा मुहैया कराई जाए. जिससे हम भय और तनाव मुक्त होकर बिना किसी अवरोध के दवा वितरण का कार्य सुचारु रूप से कर सके, क्योंकि यदि दवा वितरण के कार्य में अवरोध आयेगा तो शहर में त्राहि-त्राहि की परिस्थिति पैदा हो जाएगी. यह बिलकुल स्पष्ट है कि बिना आश्‍वासन हम ज्यादा दिन तक कार्य करने में असमर्थ हैं.

दवा व्यापारियों ने किया अनुरोध

दवा व्‍यापारियों ने कहा है कि हमारा जिले के प्रशासनिक अधिकारियों से अनुरोध है कि‍ हम दवा व्यवसायियों को इस महामारी के दौर में प्राथमिकता के आधार पर सुविधा दी जाए. जिससे कि आगे चलकर किसी भी हमारे भाई या उसके परिवार में कोई मृत्यु न हो और हम सब समाज की भलाई के लिए इसी तरह प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कोरोना महामारी की लड़ाई लड़ते रहें. इसके लिए दवा व्यवसायी बहुत आभारी रहेगा.

लखनऊ: राजधानी में लखनऊ केमिस्ट एसोसिएशन ने दवा व्‍यापारियों के इलाज और जरूरत पड़ने पर अस्पताल में बेड की व्‍यवस्‍था सुनिश्चित करने की मांग की है, ताकि दवा व्‍यापारी भयमुक्‍त होकर अपनी दुकानें खोल सकें. जिससे जरूरतमंदों को दवाएं उपलब्‍ध होती रहें. एसोसिएशन का कहना है कि अगर प्रशासन ऐसा करना सुनिश्चित नहीं करता है तो हम बहुत समय तक अपनी दुकानें खोलना जारी रख पाने में असमर्थ होंगे, क्योंकि तेजी से बढ़ रहे कोरोना वायरस के प्रकोप से दुकान में बैठे केमिस्ट भी संक्रमित हो रहे हैं. बेहतर इलाज के अभाव में उनकी जान भी चली गई.

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एसोसिएशन के अध्यक्ष ने डीएम को लिखा पत्र

एसोसिएशन के प्रवक्‍ता मयंक कुमार रस्‍तोगी ने कहा कि लखनऊ केमिस्ट एसोसिएशन के कार्यकारी अध्यक्ष सुरेश कुमार और महामंत्री हरीश शाह ने इस सम्‍बन्‍ध में जिलाधिकारी को पत्र प्रेषित कर अपनी मांग रखी है. उन्होंने कोविड महामारी के मौजूदा हालातों के बीच हम सभी दवा व्यापारी अपने प्राणों की परवाह किए बिना जन सेवा में प्रतिदिन दवा बाजार खोलते हैं. सभी जरूरतमंद मरीजों को दवाई देते हैं. हमने बार-बार आप सब को अवगत कराया है कि कोरोना महामारी का प्रकोप एक बार फिर से अपने चरम पर है और इसकी दूसरी लहर पहली लहर से भी कहीं खतरनाक साबित हो रही है. शासन प्रशासन हमें कोरोना योद्धा तो मानता नहीं और न ही हम दवा व्यापारियों के लिए कोई संवेदनशीलता दिखाता है. किसी प्रकार की मदद हमें प्रशासन से नहीं मिल रही है और रोजाना दवा व्यापारी परिवार से कोई न कोई मौत की खबर लगातार आ रही है.

दिन रात सताती है परिवार की चिंता

इस भय के वातावरण में कोई भी दवा व्यापारी अपनी दुकान नहीं खोलना चाहता, क्योंकि हर समय परिवार तथा बच्चों की चिंता रहती है. हमारा संगठन समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए अपने सदस्‍यों को दुकान खोलने के लिए लगातार प्रेरित कर रहा है. सभी दवा व्यापारियों और उनके परिवार वालों के लिए कोरोना पॉजिटिव होने की स्थिति में विशेष रूप से अस्पतालों में बेड की सुविधा मुहैया कराई जाए. जिससे हम भय और तनाव मुक्त होकर बिना किसी अवरोध के दवा वितरण का कार्य सुचारु रूप से कर सके, क्योंकि यदि दवा वितरण के कार्य में अवरोध आयेगा तो शहर में त्राहि-त्राहि की परिस्थिति पैदा हो जाएगी. यह बिलकुल स्पष्ट है कि बिना आश्‍वासन हम ज्यादा दिन तक कार्य करने में असमर्थ हैं.

दवा व्यापारियों ने किया अनुरोध

दवा व्‍यापारियों ने कहा है कि हमारा जिले के प्रशासनिक अधिकारियों से अनुरोध है कि‍ हम दवा व्यवसायियों को इस महामारी के दौर में प्राथमिकता के आधार पर सुविधा दी जाए. जिससे कि आगे चलकर किसी भी हमारे भाई या उसके परिवार में कोई मृत्यु न हो और हम सब समाज की भलाई के लिए इसी तरह प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कोरोना महामारी की लड़ाई लड़ते रहें. इसके लिए दवा व्यवसायी बहुत आभारी रहेगा.

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