लखनऊ : राजधानी लखनऊ में सफाई व्यवस्था बेहतर न होने के वजह से लखनऊ हाईकोर्ट ने पिछले दिनों नगर निगम अफसरों को फटकार लगाई थी. साथ ही शहर को साफ-सुथरा और संवारने के लिए एक कार्य योजना बनाने निर्देश दिया था, जिस पर नगर निगम के अधिकारियों ने एक प्लान तैयार किया है. इसके तहत साफ-सफाई और कूड़ा कलेक्शन को उचित ढ़ंग से व्यवस्थित करने का काम किया जाएगा.
- राजधानी लखनऊ में 110 वार्डो के अंतर्गत होने वाली सफाई व्यवस्था अफसरों की लापरवाही की वजह से अक्सर अव्यवस्थित हो जाती है और गंदगी का अंबार सड़कों पर और नालियों पर नजर आता है.
- लखनऊ हाईकोर्ट ने पिछले दिनों लखनऊ नगर निगम के आयुक्त डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी को तलब किया था और साफ-सफाई को लेकर एक कार्य योजना बनाने का निर्देश दिया था.
- हाईकोर्ट के निर्देश के बाद नगर निगम के अधिकारियों ने एक प्लान तैयार किया है.
- इस प्लान के तहत डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन को व्यवस्थित करने के उद्देश्य से ठेला गाड़ियों को बढ़ाने की व्यवस्था हुई है.
- इसके अलावा सफाई का काम दो बार में करने की बात कही गई है. अब सफाई का काम सुबह और शाम, दोनों टाइम में किया जाएगा.
- कूड़ा उठान व्यवस्था को इस प्रकार से संचालित किया जाएगा कि जब कूड़ा उठाया जाए तो वहां गंदगी न रहे.
- सफाई कर्मचारियों को व्यवस्थित तरीके से लगाने के लिए 110 वार्डों में अलग-अलग ढंग से बांटा जाएगा.
लखनऊ की साफ-सफाई और कूड़ा उठान की व्यवस्था को व्यवस्थित करने के लिए एक प्लान तैयार किया जा रहा है, जिसे माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा. इसके अंतर्गत रोस्टर बनाकर तमाम तरह के काम होंगे.
-अपर नगर आयुक्त अमित कुमार