मुरादाबाद : लखनऊ एडीजे ने मुरादाबाद पहुंचकर जिले के कारागार का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने निरक्षर बंदियों को साक्षर बनाने के आदेश दिए. उन्होंने बताया कि जल्द ही मुरादाबाद जेल में मोबाइल जेमर लगेगा. साथ ही उन्होंने कहा कि एक तिहाही सजा काट चुके बंदी अब बाकी की सजा गोशाला में गाय की सेवा कर काटेंगे.
लखनऊ के एडीजे कारगार चंद्र प्रकाश ने मुरादाबाद कारागार का निरीक्षण किया. उन्होंने बताया कि मुरादाबाद जेल में इकत्तीस सौ से ज्यादा बंदी है और यहां जो बंदी रखने की जो क्षमता है वह 658 है.
एडीजे चंद्र प्रकाश के मुरादाबाद जेल के निरक्षण के बाद जल्द ही नई जेल बनने का कार्य शुरू हो जाएगा. उन्होंने बताया कि नई जेल बनवाने के लिए जमीन चिन्हित कर ली गई है. जेल सुपरिटेंडेंट ने बहुत अच्छी सलाह दी है कि जेल में दो अस्थायी बैरेक और बना दी जाए, जिससे बंदियों को रहने में आसानी होगी. जेल में एक बैरेक में 21 साल से कम उम्र के बंदी थे. उनमें से कुछ बंदी बिल्कुल निरक्षर थे उनको एक शब्द का भी ज्ञान नही था. उन बंदियों को साक्षर करने के आदेश एडीजे दे दिया है.
उन्होंने बताया कि प्रदेश की 24 जेलों में मोबाइल जैमर लगा दिए गए है. साथ ही अन्य जिलों की जेल में भी जल्दी से जल्दी मोबाइल जैमर लगाए जाएंगे. उन्होंने बताया कि इस समय हम जेलों के लिए जो नया करने जा रहे हैं. उसमें सभी जेलों को एक प्लेटफार्म पर लाने की बात हो रही है.
उन्होंने बताया कि मॉडर्न कंट्रोल रूम जेल मुख्यालय पर बन रहा है. यहां पर जो सीसीटीवी कैमरे लगे हैं उन सभी को मुख्यालय से जोड़ा जाएगा, जिससे हम वहां से देख सकें और को गाइड कर सकें. जेल में बंद कैदियों से मैंने बात करके कहा की जब आप बाहर जाएं तो अपने जेल के तजुर्बे के बारे में सोचें जिससे आपको यह लगे कि अब आपको दोबारा से अपराध की दुनिया में नहीं जाना है.
उन्होंने बताया कि प्रदेश में गोशाला बनाने की बात चल रही है. हमने विचार किया है और एक प्रस्ताव बनाकर शासन को भी भेज दिया है कि जो बंदी अपनी एक तिहाई सजा काट चुके हैं और उनकी एक तिहाई सजा बची है. उनको गोशाला में काम के लिए भेज जाए. जिससे वह गाय की सेवा भी करेंगे साथ ही उनको आमदनी भी होगी.