बाराबंकी: राजस्थान और मध्यप्रदेश में फसलों को चट कर चुके टिड्डी दल के यूपी में प्रवेश की आहट को देखते हुए कई जिलों में अलर्ट जारी किया गया है. बाराबंकी में भी इस आपदा से निपटने के लिए प्रशासन ने सीडीओ की अध्यक्षता में एक चार सदस्यीय विशेष टीम गठित की है. किसानों को ढोल-नगाड़े, टीन के डिब्बे और थालियां बजाकर शोर मचाने के लिए एडवाइजरी जारी की गई है.
इमरजेंसी आने पर फसलों पर छिड़काव के लिए पर्याप्त रसायन, टैंकर और ट्रैक्टरों के प्रबंध किये गए हैं. बता दें कि टिड्डी दलों के आक्रमण की संभावना के मद्देनजर जिला प्रशासन अलर्ट मोड में है. मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में चार सदस्यीय एक विशेष टीम का गठन किया गया है, जिसमें कृषि रक्षा अधिकारी, उप कृषि निदेशक और जिला कृषि अधिकारी शामिल हैं.
अग्निशमन विभाग की भी मदद ली जाएगी
वहीं कृषि विभाग ने सभी पेस्टिसाइड्स विक्रेताओं को पर्याप्त रसायन रखने के आदेश दिए हैं, ताकि किसी भी आकस्मिक दशा में इन रसायनों का फसलों पर छिड़काव के लिए प्रयोग किया जा सके. इसके अलावा टैंकर और ट्रैक्टरों की व्यवस्था भी कर ली गई है. यही नहीं छिड़काव के लिए अग्निशमन विभाग की भी मदद ली जाएगी.
कृषि विभाग ने किसानों को जारी की एडवाइजरी
विभाग ने किसानों को एडवाइजरी जारी की है कि वे ढोल नगाड़ों और टीन बजाने के लिए बिल्कुल तैयार रहें. कहीं से टिड्डियों के आने की सूचना पर वे शोर करें और उन्हें फसलों पर बैठने से रोकें. जिला कृषि रक्षा अधिकारी प्रीति किरन बाजपेई का कहना है कि विभाग सेंट्रल और स्टेट एजेंसियों के लगातार संपर्क में है. साथ ही पल-पल की रिपोर्टिंग हो रही है. वहीं टिड्डियों से सम्बंधित कोई भी सूचना आती है तो विभाग हर प्रकार से तैयार है.
जानिए क्या है टिड्डी
टिड्डी के भीतर 15 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से एक दिन में 150 किमी तक उड़ने की क्षमता होती है. टिड्डियों का दल हवा की दिशा की तरफ उड़ता है. टिड्डियों का दल रात में हमला करता है और एक बार खाने के बाद करीब 100 किमी तक उड़ता रहता है. ये दल दिन में उड़ता है. और, रात को भूख लगते ही इलाके में मौजूद फसलों को नष्ट कर देता है.
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