लखनऊ: केजीएमयू में बने बर्न यूनिट का संचालन अब तक नहीं शुरू हो पाया है. दरअसल यूनिट के संचालन के लिए 1 साल पहले 12 सर्जन पद के लिए मंजूरी भी दे दी गई थी, लेकिन अभी भी बर्न के मरीजों को इलाज के लिए भटकना पड़ रहा है. बता दें कि यूनिट का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो गया है.
- 10 साल पहले बना था बर्न यूनिट का प्रस्ताव
- 10 साल पहले केजीएमयू में प्लास्टिक सर्जरी के बाद बर्न यूनिट बनने का प्रस्ताव तैयार किया गया था.
- 1 साल से बिल्डिंग भी तैयार है.
- बर्न यूनिट चलाने के लिए मैन पावर नहीं मिल पा रहा है.
- प्लास्टिक सर्जरी में 25 बेड की यूनिट को बनाने में करीब 11 करोड़ की लागत आई है.
- बर्न यूनिट को चलाने के लिए तमाम तारीखें तय की गई हैं, लेकिन अभी तक बर्न यूनिट शुरू नहीं हो पाई है.
बर्न यूनिट का कुछ पार्ट शुरू हो गया है. बर्न पेशेंट भर्ती के मामले में मैन पावर की कमी है. शासन स्तर पर बात चल रही है, इसके बाद भर्ती शुरू हो जाएगी.
डॉ. एसएन शंखवार, सीएमएस, केजीएमयू.