सीतापुर: जिले के ईंट भट्ठों पर पथाई का काम करने वाले मजदूरों और उनके परिवारों को बुधवार से उनके घर भेजने का काम शुरू किया गया है. इन मजदूरों को लेकर एक ट्रेन बिहार के लिए भेजी गई, जिसे जिलाधिकारी अखिलेश तिवारी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस ट्रेन में कुल 1710 यात्री सवार थे.
जिले के ईंट भठ्ठो पर बिहार के हजारों श्रमिक अपने परिवार के साथ ईंट पथाई का काम करते थे. कोरोना का प्रकोप बढ़ने के बाद ये श्रमिक अपने बिहार वापस जाना चाह रहे थे. ईंट भट्ठा उद्योग समिति ने इस दिशा में पहल करते हुए सभी इच्छुक श्रमिकों के घर वापस भेजने के लिए ट्रेन बुक कराई और बुधवार शाम उनके गृह जनपद के लिए रवाना किया गया. इससे पहले इन सभी श्रमिकों का सारा बकाया भुगतान उन्हें दिलाया गया और फिर उनके लिए लंच पैकेट आदि की व्यवस्था कर ट्रेन से रवाना किया गया.
जिला ईंट उद्योग समिति के अध्यक्ष हाजी कमालुद्दीन ने बताया कि जिले के सभी ईंट भठ्ठों पर काम करने वाले श्रमिकों की सूची बना ली गई है. जो श्रमिक अपने घर वापस जाना चाहते हैं, उन्हें भट्ठों से सारा बकाया भुगतान दिलाकर वापस घर भिजवाया जा रहा है. जिलाधिकारी अखिलेश तिवारी ने बताया कि 1710 श्रमिक और उनके परिवारों के लिए यह ट्रेन बुक कराई गई थी और सभी लोग इस ट्रेन से अपने घर नेवादा बिहार जा रहे हैं. इसी तरह कल गुरुवार को भी एक ट्रेन श्रमिकों और उनके परिवारों को लेकर यहां से रवाना होगी.