बाराबंकी: जहरीली शराब कांड के जिम्मेदारों पर कार्रवाई और पीड़ित परिवारों की मुआवजा राशि बढ़ाए जाने की मांग को लेकर किसान यूनियन कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी कार्यालय का घेराव किया. आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने इसके लिए सीधे तौर पर जिलाधिकारी को दोषी ठहराया है. कार्यकर्ताओं ने मामले में डीएम और जिला आबकारी अधिकारी पर भी हत्या का मुकदमा दर्ज किए जाने की मांग की है. इसके अलावा इन लोगों ने मृतक परिवार को 20-20 लाख रुपये मुआवजा और सरकारी नौकरी दिए जाने की भी मांग की है.
जानें क्या है मामला
- जहरीली शराब कांड को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर किसान यूनियन ने नारेबाजी कर प्रदर्शन किया.
- किसान यूनियन का आरोप है कि तीन महीने पहले यूनियन के कार्यकर्ताओं ने रामनगर के रानीगंज में संचालित हो रही शराब की दुकान की शिकायत भी की थी.
- उन्होंने उस दुकान से अवैध और नकली शराब बेचे जाने की शिकायत की थी. बावजूद इसके जिलाधिकारी ने कोई संज्ञान नहीं लिया.
- इसी का नतीजा है कि उसी दुकान से शराब खरीद कर आस-पास के ग्रामीणों ने पी और 24 लोग अपनी जान गंवा बैठे, तो वहीं 48 लोग अभी भी जिंदगी मौत से जूझ रहे हैं.
- किसान यूनियन के आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर घेराव किया और काफी देर तक प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की.
- किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन भी एसडीएम सदर को सौंपा.
इन लोगों ने आरोप लगाया कि इन मौतों के लिए सीधे तौर पर जिलाधिकारी और जिला आबकारी अधिकारी जिम्मेदार हैं. कार्यकर्ताओं ने मांग की कि जिलाधिकारी और जिला आबकारी अधिकारी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाए. इन लोगों ने मांग की है कि मृतक परिवार को दिए जाने वाली मुआवजा राशि को बढ़ाया जाय. साथ ही परिवार के किसी भी एक शिक्षित सदस्य को नौकरी भी दी जाए.
-अभय पांडे, एसडीएम सदर