कन्नौज: इस बार भाजपा को जनता का खुलकर समर्थन मिला है, जिससे कन्नौज भी अछूता नहीं रहा है. मोदी के राष्ट्रवाद ने सपाई किले को ढहा दिया. राष्ट्रवाद के आगे सारे मुद्दे धरे के धरे रह गए . मोदी के राष्ट्रवाद की सुनामी में ताश के पत्तों की तरह राजनीति के दिग्गजों के गढ़ ढह गए. लोगों ने भाजपा को खुलकर वोट दिया . सुब्रत पाठक की जीत ने यह साबित कर दिया कि पीएम मोदी राष्ट्रवाद के मुद्दे को देश के सामने रखने में और उस के दम पर भाजपा के पक्ष में लहर बनाने में कामयाब रहे .
पूरे देश के साथ कन्नौज में भी जीत नरेंद्र मोदी के आदर्शों और आतंकवाद के खिलाफ जंग की हुई है. एयर स्ट्राइक के मुद्दे पर भी मोदी को भारी जनसमर्थन मिला. डिंपल ने इसी सीट पर 2012 में हुए उपचुनाव में निर्विरोध जीत कर इतिहास रच दिया था. इस लोकसभा सीट पर समाजवादी पार्टी का करीब 20 सालों से कब्जा था. मुलायम सिंह यादव से लेकर अखिलेश यादव और फिर डिंपल यादव ने यहां जीत दर्ज की थी. इस बार बसपा का साथ मिला तो उम्मीद थी कि मुस्लिम, यादव, जैसे अपने परंपरागत वोट के साथ ही दलित वोट बैंक सपा के इस किले को और अभेद बनाएगा.
राष्ट्रवाद के आगे ढहा सपा का किला:
- एयर स्ट्राइक के मुद्दे पर भी मोदी को भारी जनसमर्थन मिला.
- कन्नौज लोकसभा सीट पर समाजवादी पार्टी का करीब 20 सालों से कब्जा था.
- मुलायम सिंह यादव से लेकर अखिलेश यादव और फिर डिंपल यादव ने यहां जीत दर्ज की थी.
- डिंपल ने इसी सीट पर 2012 में हुए उपचुनाव में निर्विरोध जीत कर इतिहास रच दिया था.
- भारतीय जनता पार्टी पर लोगों ने विश्वास व्यक्त किया.
जिस प्रकार से आपने देखा कि 2014 में भारतीय जनता पार्टी को वोट मिला था . लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी जी के काम से भारतीय जनता पार्टी को वोट मिला. और जब हम लोगों से मिले थे . यह सब दिख भी रहा था कि जिस प्रकार से आम लोगों का मोदी सरकार पर जो भरोसा था. वह भरोसा उनके चेहरे पर भी साफ दिखाई पड़ता था . उससे यकीन भी था. कि यह लोग इस बार भारतीय जनता पार्टी को ही वोट करने वाले हैं.
सुब्रत पाठक, सांसद