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अब हर माह 21 तारीख को मनाया जाएगा खुशहाल परिवार दिवस, ये है योजना

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Published : Nov 20, 2020, 2:16 PM IST

उत्तर प्रदेश के एटा जिले में परिवार नियोजन को लेकर अनूठी पहल की गई है. अब हर माह की 21 तारीख को खुशहाल परिवार दिवस के रूप में मनाया जाएगा. राज्य से लेकर गांव स्तर पर प्रचार-प्रसार के लिए कार्यक्रम किया जाएगा.

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फाइल फोटो.

एटा: परिवार नियोजन के प्रति जागरूकता और स्वीकार्यता बढ़ाने पर सरकार का पूरा जोर है. इसके व्यापक प्रचार-प्रसार को लेकर एक अनूठी पहल की गई है. इसके तहत अब हर माह 21 तारीख को खुशहाल परिवार दिवस मनाने का निर्णय लिया गया है. इस दिवस पर राज्य से लेकर गांव स्तर की सभी स्वास्थ्य इकाइयों पर परिवार नियोजन को बढ़ावा देने को लेकर विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जाएंगी. 21 तारीख को यदि राजकीय अवकाश होता है तो अगले दिवस पर यह कार्यक्रम आयोजित होंगे.

इस संबंध में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तर प्रदेश की मिशन निदेशक अपर्णा उपाध्याय ने सूबे के सभी जिलाधिकारी और मुख्य चिकित्सा अधिकारी को पत्र भेजकर खुशहाल परिवार दिवस के आयोजन के बारे में विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किया है. उनका कहना है कि मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने में भी परिवार नियोजन सेवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है. इसी को ध्यान में रखते हुए प्रदेश में परिवार नियोजन सेवाओं की समुदाय स्तर पर निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति के लिए परिवार नियोजन साधनों की ग्राह्यता को बढ़ाना बहुत जरूरी है. इस पहल के तहत लक्षित समूह के परिवार नियोजन के साधन अपनाने पर खास ध्यान दिया जाएगा. इस साल की पहली जनवरी के बाद प्रसव वाली वे महिलाएं, जो उच्च जोखिम गर्भावस्था (एच.आर.पी.) के रूप में चिन्हित की गईं थीं. नवविवाहित दम्पति (जिनका विवाह इस साल जनवरी के बाद हुआ है) और वह योग्य दम्पति जिनके तीन या तीन से अधिक बच्चे हैं.

क्या कहते हैं अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं नोडल फैमिली प्लानिंग डॉ. आरएन गुप्ता ने बताया कि आशा कार्यकर्ताओं की इस अनूठी पहल में भी महत्वपूर्ण भूमिका होगी. वह ग्रामीण और शहरी क्षेत्र की लक्षित समूह की महिलाओं की लाइन लिस्टिंग करेंगी. ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस (वीएचएनडी) का दिन यदि 21 तारीख को पड़ता है तो वह उस दिवस को परिवार नियोजन के साधनों पर केन्द्रित करते हुए खुशहाल परिवार दिवस को बड़े पैमाने पर मनाएंगी. गृह भ्रमण के दौरान लक्षित समूह के उन दम्पति को चिन्हित करेंगी, जो परिवार नियोजन के किसी साधन को नहीं अपना रहे हैं, उनकी काउंसिलिंग से लेकर बास्केट ऑफ़ च्वाइस में मौजूद साधनों से अवगत कराएंगी. इसके अलावा इन साधनों को अपनाने को लेकर कोई भ्रान्ति होगी तो उसे भी दूर करेंगी. सेवाओं की उपलब्धता, स्वीकार्यता और प्रोत्साहन राशि की जानकारी देते हुए साधनों को अपनाने के लिए प्रेरित करेंगी. इच्छुक दम्पति का प्री-रजिस्ट्रेशन भी करेंगी.

आशा कार्यकर्ता करेंगी प्रेरित
आशा कार्यकर्ता खुशहाल परिवार दिवस पर लक्षित समूह की चिन्हित अधिकतम महिलाओं को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर चलने के लिए प्रेरित करेंगी, ताकि उनको और विस्तार से परिवार नियोजन साधनों के बारे में जानकारी मुहैया करायी जा सके. इस कार्य में सेंटर पर तैनात कम्युनिटी हेल्थ आफिसर (सीएचओ) भी आशा की मदद करेंगी. एएनएम, स्वास्थ्य कार्यकर्त्ता, आशा संगिनी और महिला आरोग्य समिति के सदस्य भी इच्छुक दम्पति द्वारा चुने गए साधनों की उपलब्धता पर आशा का सहयोग करेंगे. शहरी क्षेत्र में जहां आशा कार्यकर्ता नहीं हैं. वहां पर शहरी एएनएम द्वारा यह गतिविधियां सम्पादित की जाएंगी. एक वर्ष के भीतर विवाहित नवदम्पति को नई पहल किट देते हुए परिवार नियोजन साधनों के बारे में विस्तार से बताते हुए मैरिज रजिस्ट्रेशन के बारे में भी अवगत कराया जाएगा.

सम्मानित होंगे लाभार्थी
जनपद एवं ब्लाक स्तर पर परिवार नियोजन के स्थाई/अस्थाई विधियों के संतुष्ट लाभार्थी/दम्पति को स्थानीय जनप्रिनिधियों के द्वारा सम्मानित कराया जाएगा. इसके बाद इन्हीं संतुष्ट लाभार्थियों या दम्पतियों के माध्यम से समुदाय में परिवार नियोजन के सन्देश को प्रचारित कराया जाएगा. इसके अलावा प्राइवेट नर्सिंग होम, गैर सरकारी संस्था, आशा, एएनएम, प्रोग्राम मैनेजर आदि जो परिवार नियोजन के क्लाइंट को प्रोत्साहित या सेवाएं प्रदान किए जाने में उत्कृष्ट सेवा या योगदान दिए हैं. उन्हें भी प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा.

प्रचार-प्रसार पर रहेगा विशेष जोर
परिवार नियोजन दिवस पर परिवार नियोजन सेवाओं के व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए होर्डिंग, बैनर, पम्फलेट, पोस्टर, रेडियो स्पॉट, जिंगल्स, माइकिंग, सारथी वाहन और मीडिया का पूर्ण सहयोग लिया जाएगा. इसके अलावा मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा जिले के सभी कार्यक्रम प्रबंधक, सेवा प्रदाता, फ्रंटलाइन वर्कर आदि का खुशहाल परिवार दिवस के उद्देश्य, आयोजन, सेवा प्रदायगी की सुनिश्चितता, परिवार नियोजन कमोडिटी की उपलब्धता आदि पर संवेदीकरण किया जाएगा.

एटा: परिवार नियोजन के प्रति जागरूकता और स्वीकार्यता बढ़ाने पर सरकार का पूरा जोर है. इसके व्यापक प्रचार-प्रसार को लेकर एक अनूठी पहल की गई है. इसके तहत अब हर माह 21 तारीख को खुशहाल परिवार दिवस मनाने का निर्णय लिया गया है. इस दिवस पर राज्य से लेकर गांव स्तर की सभी स्वास्थ्य इकाइयों पर परिवार नियोजन को बढ़ावा देने को लेकर विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जाएंगी. 21 तारीख को यदि राजकीय अवकाश होता है तो अगले दिवस पर यह कार्यक्रम आयोजित होंगे.

इस संबंध में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तर प्रदेश की मिशन निदेशक अपर्णा उपाध्याय ने सूबे के सभी जिलाधिकारी और मुख्य चिकित्सा अधिकारी को पत्र भेजकर खुशहाल परिवार दिवस के आयोजन के बारे में विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किया है. उनका कहना है कि मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने में भी परिवार नियोजन सेवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है. इसी को ध्यान में रखते हुए प्रदेश में परिवार नियोजन सेवाओं की समुदाय स्तर पर निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति के लिए परिवार नियोजन साधनों की ग्राह्यता को बढ़ाना बहुत जरूरी है. इस पहल के तहत लक्षित समूह के परिवार नियोजन के साधन अपनाने पर खास ध्यान दिया जाएगा. इस साल की पहली जनवरी के बाद प्रसव वाली वे महिलाएं, जो उच्च जोखिम गर्भावस्था (एच.आर.पी.) के रूप में चिन्हित की गईं थीं. नवविवाहित दम्पति (जिनका विवाह इस साल जनवरी के बाद हुआ है) और वह योग्य दम्पति जिनके तीन या तीन से अधिक बच्चे हैं.

क्या कहते हैं अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं नोडल फैमिली प्लानिंग डॉ. आरएन गुप्ता ने बताया कि आशा कार्यकर्ताओं की इस अनूठी पहल में भी महत्वपूर्ण भूमिका होगी. वह ग्रामीण और शहरी क्षेत्र की लक्षित समूह की महिलाओं की लाइन लिस्टिंग करेंगी. ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस (वीएचएनडी) का दिन यदि 21 तारीख को पड़ता है तो वह उस दिवस को परिवार नियोजन के साधनों पर केन्द्रित करते हुए खुशहाल परिवार दिवस को बड़े पैमाने पर मनाएंगी. गृह भ्रमण के दौरान लक्षित समूह के उन दम्पति को चिन्हित करेंगी, जो परिवार नियोजन के किसी साधन को नहीं अपना रहे हैं, उनकी काउंसिलिंग से लेकर बास्केट ऑफ़ च्वाइस में मौजूद साधनों से अवगत कराएंगी. इसके अलावा इन साधनों को अपनाने को लेकर कोई भ्रान्ति होगी तो उसे भी दूर करेंगी. सेवाओं की उपलब्धता, स्वीकार्यता और प्रोत्साहन राशि की जानकारी देते हुए साधनों को अपनाने के लिए प्रेरित करेंगी. इच्छुक दम्पति का प्री-रजिस्ट्रेशन भी करेंगी.

आशा कार्यकर्ता करेंगी प्रेरित
आशा कार्यकर्ता खुशहाल परिवार दिवस पर लक्षित समूह की चिन्हित अधिकतम महिलाओं को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर चलने के लिए प्रेरित करेंगी, ताकि उनको और विस्तार से परिवार नियोजन साधनों के बारे में जानकारी मुहैया करायी जा सके. इस कार्य में सेंटर पर तैनात कम्युनिटी हेल्थ आफिसर (सीएचओ) भी आशा की मदद करेंगी. एएनएम, स्वास्थ्य कार्यकर्त्ता, आशा संगिनी और महिला आरोग्य समिति के सदस्य भी इच्छुक दम्पति द्वारा चुने गए साधनों की उपलब्धता पर आशा का सहयोग करेंगे. शहरी क्षेत्र में जहां आशा कार्यकर्ता नहीं हैं. वहां पर शहरी एएनएम द्वारा यह गतिविधियां सम्पादित की जाएंगी. एक वर्ष के भीतर विवाहित नवदम्पति को नई पहल किट देते हुए परिवार नियोजन साधनों के बारे में विस्तार से बताते हुए मैरिज रजिस्ट्रेशन के बारे में भी अवगत कराया जाएगा.

सम्मानित होंगे लाभार्थी
जनपद एवं ब्लाक स्तर पर परिवार नियोजन के स्थाई/अस्थाई विधियों के संतुष्ट लाभार्थी/दम्पति को स्थानीय जनप्रिनिधियों के द्वारा सम्मानित कराया जाएगा. इसके बाद इन्हीं संतुष्ट लाभार्थियों या दम्पतियों के माध्यम से समुदाय में परिवार नियोजन के सन्देश को प्रचारित कराया जाएगा. इसके अलावा प्राइवेट नर्सिंग होम, गैर सरकारी संस्था, आशा, एएनएम, प्रोग्राम मैनेजर आदि जो परिवार नियोजन के क्लाइंट को प्रोत्साहित या सेवाएं प्रदान किए जाने में उत्कृष्ट सेवा या योगदान दिए हैं. उन्हें भी प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा.

प्रचार-प्रसार पर रहेगा विशेष जोर
परिवार नियोजन दिवस पर परिवार नियोजन सेवाओं के व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए होर्डिंग, बैनर, पम्फलेट, पोस्टर, रेडियो स्पॉट, जिंगल्स, माइकिंग, सारथी वाहन और मीडिया का पूर्ण सहयोग लिया जाएगा. इसके अलावा मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा जिले के सभी कार्यक्रम प्रबंधक, सेवा प्रदाता, फ्रंटलाइन वर्कर आदि का खुशहाल परिवार दिवस के उद्देश्य, आयोजन, सेवा प्रदायगी की सुनिश्चितता, परिवार नियोजन कमोडिटी की उपलब्धता आदि पर संवेदीकरण किया जाएगा.

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