ETV Bharat / briefs

बदला जौनपुर का मिजाज, लड़कियां सीख रहीं जूडो-कराटे - up news

शिराज-ए-हिंद के नाम से मशहूर जौनपुर कभी मूली, मक्का और इमरती के लिए मशहूर था, लेकिन अब यहां का मिजाज बदलने लगा है. यहां की लड़कियां अब आत्मरक्षा के गुर सीखने में जुटी हैं. लड़कियां जूडो-कराटे सीखकर खुद को मजबूत और आत्मनिर्भर बना रही हैं.

लड़कियां सीख रही कराटे
author img

By

Published : May 14, 2019, 10:56 AM IST

जौनपुर: जिले में 5 साल से लेकर 20 साल तक की लड़कियां जूडो-कराटे सीखकर खुद को मजबूत बना रही हैं. आत्मरक्षा के गुर सीखकर ये लड़कियां फब्तियां कसने वाले लड़कों के लिए अब किसी मुसीबत से कम नहीं होंगी.

5 से 20 साल तक की लड़कियां सीख रही कराटे.
  • घरवालों के विरोध के बाद भी बड़ी संख्या में लड़किया आत्मरक्षा के लिए कराटे सीखने के लिए आगे आई हैं.
  • इन लड़कियों को घर परिवार से लेकर समाज का भी विरोध झेलना पड़ा है.
  • इस सबकी परवाह न करते हुए इन लड़कियों ने आत्मरक्षा के लिए खुद को मजबूत और आत्मनिर्भर बना लिया है.
  • कराटे सीख रही सोनाली का कहना है कि अब उन्हें किसी का डर नहीं है. उन्हें छेड़ने से पहले लड़कों को सोचना होगा.
  • कराटे सीखा रहे अंर्तराष्ट्रीय पदक प्राप्त कर चुके संजीव शाहू ने बताया कि उनकी क्लास में लड़कियों की संख्या सबसे ज्यादा है.
  • उन्हें आत्म रक्षा के उपाय सीखने के लिए स्पेशल ट्रेनिंग दी जा रही है.

जौनपुर: जिले में 5 साल से लेकर 20 साल तक की लड़कियां जूडो-कराटे सीखकर खुद को मजबूत बना रही हैं. आत्मरक्षा के गुर सीखकर ये लड़कियां फब्तियां कसने वाले लड़कों के लिए अब किसी मुसीबत से कम नहीं होंगी.

5 से 20 साल तक की लड़कियां सीख रही कराटे.
  • घरवालों के विरोध के बाद भी बड़ी संख्या में लड़किया आत्मरक्षा के लिए कराटे सीखने के लिए आगे आई हैं.
  • इन लड़कियों को घर परिवार से लेकर समाज का भी विरोध झेलना पड़ा है.
  • इस सबकी परवाह न करते हुए इन लड़कियों ने आत्मरक्षा के लिए खुद को मजबूत और आत्मनिर्भर बना लिया है.
  • कराटे सीख रही सोनाली का कहना है कि अब उन्हें किसी का डर नहीं है. उन्हें छेड़ने से पहले लड़कों को सोचना होगा.
  • कराटे सीखा रहे अंर्तराष्ट्रीय पदक प्राप्त कर चुके संजीव शाहू ने बताया कि उनकी क्लास में लड़कियों की संख्या सबसे ज्यादा है.
  • उन्हें आत्म रक्षा के उपाय सीखने के लिए स्पेशल ट्रेनिंग दी जा रही है.
Intro:जौनपुर।। शिराज ए हिंद के नाम से मशहूर जौनपुर कभी मूली मक्का और इमरती के लिए मशहूर होता था लेकिन अब यहां का मिजाज बदलने लगा है। यह शहर अब बड़े शहरों की तरह खुद को अपने पैरों पर खड़ा करने की कोशिश में जुटा है। पहले लड़कियों को यहां लड़कियों को अब अपनी सुरक्षा के लिए अब पुलिस पर निर्भर थी लेकिन अब धीरे धीरे ये निर्भरता कम हो रही है क्योंकि लड़कियों ने अब आत्म सुरक्षा के गुर सीखने में जुटी हैं। 5 साल से लेकर 20 साल की लड़कियों की ऐसी संख्या ज्यादा है जो अब आत्म रक्षा के उपाय सीख रही हैं । जौनपुर में बड़ी संख्या में लड़कियां कुंग फू , कराटे सीख कर खुद को मजबूत और आत्मनिर्भर बना रही है । आए दिन आवारा लड़कों की फब्तियों से परेशान होकर यह लड़कियां अब आत्मरक्षा के उपाय सीखकर उनके लिए किसी मुसीबत से कम नही है।


Body:वीओ।। शिराज ए हिंद जोनपुर में अब स्कूली छात्राओं को आवारा किस्म के लड़कों को छेड़ने से पहले बचना होगा क्योंकि इनमें से कई लड़कियों ने आत्म रक्षा के उपाय सीकर खुद को इतना मजबूत बना लिया है कि अब वह खुलकर बीच सड़क पर भी इन लड़कों से दो-दो हाथ कर सकती हैं । आए दिन लड़कों की फब्तियों से परेशान होकर कुछ करने की ठानी । घर वालों के विरोध के बाद भी बड़ी संख्या में लड़कियों ने आत्मरक्षा के लिए कुंग फू और कराटे सीखने के लिए आगे आई। इन लड़कियों को घर परिवार से लेकर समाज का भी विरोध झेलना पड़ा लेकिन उन्होंने उसकी परवाह न करते हुए अब खुद को आत्मरक्षा के उपायों के बल पर इतना मजबूत और आत्मनिर्भर बना लिया है कि उन्हें छेड़ने से पहले सोचना होगा। कुंगफू सिख रही सोनाली ने ईटीवी भारत को बताया अब उन्हें किसी का डर नही है उन्हें छेड़ने से पहले लड़को को सोचना होगा।


Conclusion:कुंगफू सीखा रहे अंर्तराष्ट्रीय पदक प्राप्त कर चुके संजीव शाहू ने बताया उनकी क्लास में लड़कियो की संख्या सबसे ज्यादा है।उन्हें आत्म रक्षा के उपाय सीखने के लिए स्पेशल ट्रेनिंग दी जा रही है।

बाइट-संजीव कुमार साहू-अंतरराष्ट्रीय पदक प्राप्त खिलाड़ी

बाइट-सोनाली -सिख रही छात्रा

पीटीसी


Dharmendra singh
jaunpur
9044681067
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.