गाजीपुर: राष्ट्रीय वृद्धजन स्वास्थ्य देखभाल कार्यक्रम के तहत सदर अस्पताल में बुजुर्ग मरीजों को भर्ती करने और उनकी देखभाल के लिए 10 बेड का ‘वृद्ध वार्ड (जीरियाट्रिक वार्ड)’ जल्द ही बनाया जाएगा. जीरियाट्रिक वार्ड के निर्माण हो जाने से सदर अस्पताल में आने वाले वृद्ध मरीजों को काफी सहूलियत होगी. यह वार्ड अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा.
सीएमओ जीसी मौर्य ने बताया कि यहां एसी सहित कई अत्याधुनिक मशीनें लगाई जाएंगी. वृद्ध मरीजों के लिए फिजियोथैरेपी की भी अलग से व्यवस्था रहेगी. इस वार्ड में मरीजों को रखकर उनका इलाज किया जाएगा. वृद्ध मरीज जिनकी घरों में बेहतर ढंग से देखभाल और इलाज नहीं हो पाता है, उनको यहां प्राथमिकता दी जाएगी. इस वार्ड में 10 बेड लगाए जाएंगे. इसमें पांच बेड पुरुष और चार बेड महिलाओं के लिए रहेंगे. एक बेड ड्यूटी पर कार्यरत नर्स के लिए रहेगा.
सीएमओ ने बताया कि शासन की तरफ से वृद्धों के लिए 10 बेड का वार्ड बनाए जाने का निर्देश लगभग छह माह पूर्व आया था, जिसके लिए शासन की ओर से बजट उपलब्ध कराया गया था. बजट से इस वार्ड के लिए सामान की खरीदारी भी की गई, लेकिन किसी कारणवश इसकी शुरुआत नहीं की जा सकी. इस वार्ड के लिए एक फिजियोथेरेपिष्ट सहित तीन स्टाफ नर्स नियुक्त की गई थीं. उन्होंने बताया कि इस वार्ड को अगले 15 दिनों में क्रियाशील कर अमली रूप में लाया जाएगा, ताकि आने वाले दिनों में बुजुर्गों को इसका लाभ मिल सके. बता दें कि स्वास्थ्य विभाग कोरोना संक्रमण से बच्चों और बुजुर्गों को बचाने के लिए यह कवायद कर रहा है.
गाजीपुर: बुजुर्गों की देखभाल के लिए सदर अस्पताल में बन रहा यह वार्ड
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में सदर अस्पताल में जीरियाट्रिक वार्ड का निर्माण किया जा रहा है. इसमें बुजुर्ग मरीजों को भर्ती कर उनका इलाज और देखभाल की जाएगी. यह वार्ड अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा.
गाजीपुर: राष्ट्रीय वृद्धजन स्वास्थ्य देखभाल कार्यक्रम के तहत सदर अस्पताल में बुजुर्ग मरीजों को भर्ती करने और उनकी देखभाल के लिए 10 बेड का ‘वृद्ध वार्ड (जीरियाट्रिक वार्ड)’ जल्द ही बनाया जाएगा. जीरियाट्रिक वार्ड के निर्माण हो जाने से सदर अस्पताल में आने वाले वृद्ध मरीजों को काफी सहूलियत होगी. यह वार्ड अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा.
सीएमओ जीसी मौर्य ने बताया कि यहां एसी सहित कई अत्याधुनिक मशीनें लगाई जाएंगी. वृद्ध मरीजों के लिए फिजियोथैरेपी की भी अलग से व्यवस्था रहेगी. इस वार्ड में मरीजों को रखकर उनका इलाज किया जाएगा. वृद्ध मरीज जिनकी घरों में बेहतर ढंग से देखभाल और इलाज नहीं हो पाता है, उनको यहां प्राथमिकता दी जाएगी. इस वार्ड में 10 बेड लगाए जाएंगे. इसमें पांच बेड पुरुष और चार बेड महिलाओं के लिए रहेंगे. एक बेड ड्यूटी पर कार्यरत नर्स के लिए रहेगा.
सीएमओ ने बताया कि शासन की तरफ से वृद्धों के लिए 10 बेड का वार्ड बनाए जाने का निर्देश लगभग छह माह पूर्व आया था, जिसके लिए शासन की ओर से बजट उपलब्ध कराया गया था. बजट से इस वार्ड के लिए सामान की खरीदारी भी की गई, लेकिन किसी कारणवश इसकी शुरुआत नहीं की जा सकी. इस वार्ड के लिए एक फिजियोथेरेपिष्ट सहित तीन स्टाफ नर्स नियुक्त की गई थीं. उन्होंने बताया कि इस वार्ड को अगले 15 दिनों में क्रियाशील कर अमली रूप में लाया जाएगा, ताकि आने वाले दिनों में बुजुर्गों को इसका लाभ मिल सके. बता दें कि स्वास्थ्य विभाग कोरोना संक्रमण से बच्चों और बुजुर्गों को बचाने के लिए यह कवायद कर रहा है.