लखनऊ: होटलों में प्रयोग किए जाने वाले खाद्य तेल से अब बायो डीजल बनाया जाएगा. इससे खाद्य तेल की खपत ऊर्जा के तौर पर होगी, तो वहीं दूसरी ओर इससे होटलों और रेस्टोरेंट पर एक ही तेल के बार-बार प्रयोग में भी कमी आएगी. वहीं खाद्य तेल के बार- बार प्रयोग पर रोक लगाने के लिए जिला प्रशासन ने कवायद शुरू की है. जिसके तहत 35 रुपये लीटर प्रयोग किया गया खाद्य तेल एफएसडीए व एक निजी कंपनी दुकानदारों से खरीदेगी और इस तेल से बायो डीजल बनाया जाएगा.
खाद्य तेल से बनाया जाएगा अब बायो डीजल
- होटलों में प्रयोग किए जाने वाले खाद्य तेल के बार-बार प्रयोग से इस तेल में तली हुई खाद्य सामग्री हानिकारक हो जाती है.
- बार-बार तेल के प्रयोग कर बनी हुई खाद्य सामग्री के सेवन से गंभीर बीमारियां होती हैं.
- होटल व रेस्टोरेंट्स में खाद्य सामग्री की क्वालिटी को बनाए रखने के लिए एफएसडीए समय-समय पर कार्रवाई करता रहा है.
- इन कार्रवाई दम पर तेल के बार-बार प्रयोग पर पूरी तरीके से लगाम नहीं लगाई जा सकी है.
- लखनऊ जिला प्रशासन ने कवायद शुरू की है, इस कवायद के तहत बार बार प्रयोग किए जाने वाले खाद्य तेल के प्रयोग को रोकने के लिए अब एक कंपनी के साथ टाईअप किया गया है.
- अब जिला प्रशासन दुकानदारों से 35 रुपये लीटर खाद्य तेल खरीदेगा.
- कंपनी इस तेल को खरीदकर बायो डीजल बनाने वाले प्लांट को बेचेगी जो इस प्रयोग किए गए खाद्य तेल से बायो डीजल का निर्माण करेंगे.
तेल का प्रयोग करने से गंभीर तरह की बीमारियां होती हैं ऐसे में खाद्य तेल के बार- बार प्रयोग को रोकने के लिए जिला प्रशासन की ओर से कवायद शुरू की गई है. जिसके तहत एक कंपनी के साथ टाइप करके हम दुकानदारों से 35 रूपये लीटर प्रयोग किया गया खाद्य तेल खरीदेंगे. जिसे बायोडीजल बनाने वाली कंपनी को बेचा जाएगा. ऐसे में जहां प्रयोग किए गए तेल से बायो डीजल का निर्माण होगा, तो वही प्रयोग किए गए खाद्य तेल की कीमत मिल जाने से दुकानदार भी इसके बार- बार प्रयोग से बचेंगे. एक महीने में दुकानदारों से प्रयोग किया गया खाद्य तेल खरीदना शुरू किया.
डीआर रावत, अभिहित अधिकारी