फर्रुखाबाद: शिक्षकों की नियुक्ति में गड़बड़ी पाए जाने पर प्रमाण पत्रों के सत्यापन पर सवाल उठने लगे हैं. विभाग द्वारा कराए गए सत्यापन में लगातार नियमों की अनदेखी की पुष्टि हो रही है. इसके तहत आगरा विश्वविद्यालय के 2004-05 सत्र में फर्जी बीएड डिग्री के आधार पर जिले में नौकरी पाने वाले परिषदीय शिक्षकों पर कार्रवाई की गई. इसके बाद अब माध्यमिक शिक्षा परिषद ने भी सख्ती शुरू कर दी है. माध्यमिक परिषद ने इसी सत्र में बीएड कर नौकरी करने वाले शिक्षकों की सूचना तलब की है.
बीएड डिग्री धारक शिक्षकों की सूची परिषद को भेजी
अपर निदेशक माध्यमिक के आदेश के बाद जिला विद्यालय निरीक्षक ने आगरा विश्वविद्यालय के 2004-05 सत्र में बीएड डिग्री के आधार पर नियुक्ति प्राप्त करने वाले शिक्षकों की सूची परिषद को भेज दी है. विभागीय मिलीभगत के कारण ही फर्जी शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो पा रही है और उनको लगातार वेतन दिया जा रहा है.
हाईकोर्ट के आदेश पर शिक्षकों को किया बर्खास्त
जनपद में 8 शिक्षकों ने सत्र 2004-05 में नौकरी प्राप्त की है. इस मामले में शिक्षा निदेशालय की कमेटी इन प्रकरणों की जांच करेगी. परिषदीय स्कूलों में फर्जी डिग्री के आधार पर नियुक्त 51 फर्जी शिक्षकों में हाईकोर्ट के आदेश पर 22 शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया है. बीएसए ने खंड शिक्षा अधिकारियों को बर्खास्त शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के भी निर्देश दिए हैं.
डीआईओएस डॉ आदर्श कुमार त्रिपाठी ने बताया कि 2004-05 में आगरा विश्वविद्यालय से बीएड की डिग्री देकर नौकरी पाने वाले शिक्षकों की सूचना परिषद को भेज दी गई है. वहीं इस मामले के उजागर होने के बाद से फर्जी शिक्षकों में हड़कंप मचा हुआ है.