गोरखपुर: असली पुलिस का सपना अधूरा रह गया तो 5 बेरोजगार युवकों ने नकली पुलिस का एक गैंग तैयार कर लिया. वर्दी की धौंस दिखाकर इन्होने स्पेशल 26 फिल्म की तर्ज पर राहगीरों, व्यापारियों और दुकानदारों से वसूली करना शुरु कर दिया. शहर में इनकी बढ़ती सक्रियता से पुलिस के कान खड़े हुए तो पूरा गैंग पुलिस की नजर में आ गया.
क्या है पूरा मामला:
- मामला शाहपुर का है, जहां क्राइम ब्रांच और शाहपुर पुलिस ने एक नकली पुलिस गैंग का पर्दाफाश किया है.
- मुखबिर की सूचना पर क्राइम ब्रांच और शाहपुर पुलिस ने पुलिस टीम ने दयाराम निषाद के मकान में छापेमारी की थी.
- इस छापेमारी में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है.
- इन आरोपियों के दो साथी, जिनमें सरगना भी शामिल है, वह अभी गिरफ्त में नहीं आ सके हैं.
अभियुक्त खुद को पुलिस अधिकारी बताकर लोगों के साथ ठगी करते थे. बेरोजगार युवकों को नौकरी दिलाने का झांसा देकर उनसे रुपये लेते थे. पुलिस ने बताया कि यह गिरोह पिछले 6 माह से सक्रिय था, लगातार इनकी शिकायत या स्थानीय स्तर पर थाना में की जाती थी.
-सीओ क्राइम, गोरखपुर
एसपी क्राइम और सीओ क्राइम ने संयुक्त प्रेसवार्ता में बताया कि बिछिया में चल रहे अवैध क्राइम ब्रांच दफ्तर से पुलिस की वर्दी, यूपी पुलिस का बैच, डोरी, पुलिस मोनोग्राम लगी टोपी, मलैटरीकलर की पेंट, वॉकी टॉकी और चार्जर, फर्जी नियुक्ति पत्र, पुलिस अधीक्षक स्थापना कार्मिक की मोहर, आधार कार्ड सहित कई विभागों के नियुक्ति के फार्म बरामद हुए हैं.