मऊ: कोविड-19 वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए अस्पतालों की कम की गईं आकस्मिक और आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं को बहाल करने के बाद अब अन्य जरूरी चिकित्सा सुविधाओं को भी शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं. जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने कहा कि इस दौरान पूर्ण सावधानी और प्रोटोकाल का पालन कर यह सेवाएं शुरू की जा सकेंगी.
प्रमुख सचिव-स्वास्थ्य ने दिए निर्देश
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सतीश चंद्र सिंह ने बताया कि प्रमुख सचिव-स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने जरूरी चिकित्सा सुविधाओं को भी शुरू करने के निर्देश दिए हैं. कोरोना वायरस का संक्रमण अभी चलते रहने की संभावना है. इसके चलते कुछ जरूरी चिकित्सा सुविधाओं को लंबे समय तक इंतजार नहीं कराया सकता. इसलिए जिले के सभी जिला चिकित्सालय, महिला चिकित्सालय और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के साथ ही निजी चिकित्सालयों में तत्काल जरूरी स्वास्थ्य सुविधाओं को शुरू किया जा रहा है.
सीएमओ ने बताया कि लॉकडाउन के चलते बहुत से लोगों के जरूरी ऑपरेशन भी कुछ समय से लंबित चल रहे थे, जिससे उनकी परेशानी बढ़ती जा रही थी. उनके लिए राहत की बात है कि अब उनके ऑपरेशन भी हो सकेंगे. हालांकि इस दौरान पूर्ण सावधानी और प्रोटोकाल का पालन करना अनिवार्य होगा. अस्पतालों को जिन जरूरी सेवाओं को शुरू करने के लिए कहा गया है, उनमें सर्जरी से संबंधित ओपीडी सेवाएं शामिल हैं, लेकिन सामान्य ओपीडी अभी स्थगित रहेगी.
ये सेवाएं शुरू करने के हैं निर्देश
- रेबीज व अन्य टीकाकरण की सुविधा
- टीबी की जांच व उपचार की सुविधा
- एचआईवी की जांच एवं उपचार के लिए आईसीटीसी व एआरटी सेंटर शुरू होंगे.
- जिला चिकित्सालयों व सीएचसी में चलने वाले असाध्य रोग केंद्र (एनसीडी क्लीनिक)
- गर्भवती की जांच एवं उपचार की सुविधा
- दो वर्ष तक के बीमार शिशुओं की जांच व उपचार. इसके लिए सरकारी क्षेत्र में 102 एम्बुलेंस का उपयोग ज्यादा से ज्यादा किया जाए.
- गर्भ समाधान एवं नसबंदी की सुविधा
- डाइग्नोस्टिक इमेजिंग एवं प्रयोगशाला