सहारनपुर: 2019 लोकसभा चुनाव के लिए अधिसूचना कभी भी जारी हो सकती है. लिहाजा सभी राजनीतिक दल अपनी-अपनी तैयारियों में जुट गए हैं. ऐसे में जिला प्रशासन भी चुनाव की तैयारियों को लेकर सतर्क हो गया है. हालांकि चुनाव की तैयारियों को लेकर जिला प्रशासन को थोड़ी मुश्किलों का सामना भी जरूर करना पड़ रहा है. दरअसल, चुनाव से ठीक पहले चुनाव आयोग ने सहारनपुर लाए गए सभी ईवीएम मशीनों को चेकिंग के बाद दूसरे जिलों में ट्रांसफर कर दिया है.
जिला प्रशासन आगामी लोकसभा चुनाव की सभी तैयारियां पूरी कर चुका था. जिले का सेक्टर और जोन में विभाजन कर मजिस्ट्रेट भी नियुक्त कर दिए गए थे. वहीं चुनाव के लिए जिले में आए सभी ईवीएम मशीनों का एफएलसी करा के स्टॉक रूम में रख दिया गया था. इतना ही नहीं संबंधित अधिकारियों को प्रारंभिक स्तर पर ईवीएम और वीवीपैट के संचालन की ट्रेनिंग भी दे दी गई थी. इसके अलावा 150 मास्टर ट्रेनर तैयार कर विभिन्न जोन में तैनात कर दिए गए थे. ये ट्रेनर निर्वाचन प्रक्रिया के बारे में पीठासीन अधिकारी, मतदान अधिकारी और अन्य लोगों को मतदान संबंधित जानकारी दे रहे थे. यह प्रक्रिया पूरी कर सभी जगह नोडल अधिकारी भी नियुक्त कर दिए गए थे.
लेकिन चुनाव से ठीक पहले सहारनपुर स्टॉक रूम में रखी गई मशीनों को अचनाक विभिन्न जनपदों में भेजने के आदेश आ गए. जिसके बाद जिला निर्वाचन कार्यालय में ही नहीं बल्कि जिला प्रशासन में भी हड़कंप मचा गया. निर्वाचन आयोग के आदेशानुसार सभी मशीनों को ट्रकों में भरकर आदेशित जिलों में भेजा जा रहा है.
सहायक निर्वाचन अधिकारी आलोक कुमार शर्मा ने बताया कि कुछ दिन पहले बीएल कंपनी से 4280 बैलेट यूनिट, 3166 कंट्रोल यूनिट , 3166 वीवीपैट आये थे. जिनका शत प्रतिशत फर्स्ट लेवल चेकिंग करा लिया गया था. लेकिन भारत निर्वाचन आयोग ने इन मशीनों को यूपी और राजस्थान के अन्य जिलों में भेजने के आदेश दे दिए. यहां से इन मशीनों को इलाहाबाद, फतेहपुर, प्रतापगढ़, महोबा, जयपुर, अजमेर, भरतपुर, बिजनौर, अयोध्या समेत 12 जिलों में भेजी जा रही है. इनकी जगह अब हैदराबाद से ईसीआईएल कंपनी की 4670 बैलट यूनिट और 3450 कंट्रोल यूनिट मशीनें आ रही हैं. जबकि 3750 वीवीपैट मशीनें आगरा से मंगाई जा रही है.