चंदौलीः अनामिका शुक्ला प्रकरण सामने आने के बाद शिक्षा विभाग अलर्ट हो गया है. इसी क्रम में शासन के निर्देश पर शिक्षा विभाग जिले के सभी कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में कार्यरत स्टाफ के डॉक्यूमेंट का वेरिफिकेशन करवा रहा है. वेरिफिकेशन के लिए विभाग की तरफ से तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है. रोस्टर के लिहाज से अब तक 6 ब्लॉकों के 76 लोगों का डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन हो चुका है. वहीं डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के साथ ही उनके आधार कार्ड की भी जांच की जा रही है.
शैक्षणिक दस्तावेजों का सत्यापन
अनामिका शुक्ला प्रकरण ने पूरे बेसिक शिक्षा विभाग को हिला कर रख दिया. ऐसे प्रकरण को पकड़ में लाने के लिए रोस्टर वाइज जनपद के कस्तूरबा विद्यालयों में तैनात शिक्षकों के शैक्षणिक दस्तावेजों का सत्यापन किया जा रहा है. इसके लिए तीन खण्ड शिक्षाधिकारी की कमेटी बनाई गई है. इसके अलावा बीएसए भोलेंद्र प्रताप सिंह व डीसी बालिका शिक्षा अमिता श्रीवास्तव शिक्षकों के शैक्षणिक दस्तावेज व आधार कार्ड को चेक कर रहे हैं.
विभागीय दस्तावेज से मूल दस्तावेज का मिलान
शासनादेश के अनुपालन में बीएसए भोलेंद्र प्रताप सिंह के नेतृत्व में अब तक कस्तूरबा विद्यालय नियामताबाद, शहाबगंज, चकिया, सकलडीहा, चहनियां और चंदौली में तैनात वार्डेन, फुल टाइम टीचर, पार्ट टाइम टीचर, गैर शैक्षणिक चौकीदार, रसोइया, लेखाकार और परिचालक के शैक्षणिक दस्तावेज व आधार कार्ड की जांच की गई. इस दौरान विभागीय दस्तावेज से मूल दस्तावेज का मिलान किया गया.
पहले दिन तीन ब्लॉकों के कुल 38 में से 37 शिक्षकों के दस्तावेज का सत्यापन कार्य किया गया. वहीं गुरुवार को तीन ब्लॉक में 39 कस्तूरबा स्टाफ के डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन का कार्य मुकम्मल किया जाएगा.
जिले में अब तक कोई भी संदिग्ध नहीं
बीएसए भोलेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि फर्जी दस्तावेजों के सहारे नौकरी करने वालों को चिह्नित करने के लिए सभी कस्तूरबा स्टाफ के दस्तावेज का वेरीफिकेशन कराया जा रहा है ताकि अनामिका शुक्ला जैसा प्रकरण आगे सामने न आए. इसमें शिक्षकों के शैक्षणिक दस्तावेज के साथ-साथ आधार कार्ड को भी चेक किया जा रहा है. जिले में अब तक कोई भी संदिग्ध नहीं मिला है.