हाथरस: डीएम ने विकासखंड सादाबाद के कई गावों में मनरेगा के तहत किए जा रहे तालाब खुदाई के कामों का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान जिलाधिकारी ने निर्धारित से कम श्रमिकों के काम करने पर नाराजगी जाहिर की. डीएम ने मानक के अनुरूप श्रमिकों को लगाते हुए कार्यों को गुणवत्तापूर्ण और समय से पूरा कराया जाना सुनिश्चित करने के आदेश दिए.
मजदूरों की संख्या कम देख डीएम हुए नाराज
शुक्रवार को जिला अधिकारी प्रवीण कुमार ने सादाबाद विकासखंड के बिसाना रजवाहा पर कच्ची सड़क पुरा, गांव पंचायत कंजौली के मजरा नगरिया और गांव गुरसोटी में मनरेगा के तहत चल के कार्य का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान रजवाहा पर कच्ची सड़क पुराई के काम पर निर्धारित 35 श्रमिकों के स्थान पर 11 श्रमिक काम करते मिले. गांव गुरसोटी माता मंदिर वाले तालाब की खुदाई के दौरान 75 श्रमिकों के स्थान पर 31 श्रमिक काम पर थे. वहीं ग्राम पंचायत कंजौली में 115 मजदूरों के स्थान पर 50 मजदूरों की उपस्थिति पर डीएम ने नाराजगी जाहिर की.
डीएम ने मानक के अनुरूप श्रमिकों को कार्य कराना सुनिश्चित करने के लिए निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि किसी भी दशा में भुगतान में विलंब नहीं होना चाहिए. इस दौरान डीएम ने साइट पर काम कर रहे मजदूरों से भी बातचीत की. उन्होंनेे निर्देश दिए कि साइट पर काम करने वाले प्रत्येक मजदूर का जॉब कार्ड अवश्य होना चाहिए. इसके साथ ही सभी मजदूरों की नियमित रूप से एंट्री दर्ज की जाए. उन्होंने कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप प्रवासी और ग्रामीण श्रमिकों को 100 दिन रोजगार उपलब्ध कराने पर जोर दिया.