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फर्रुखाबाद: अवैध बालू खनन को लेकर बग्गियों पर चलवाई जेसीबी, कई लोगों का छीना रोजगार

फर्रुखाबाद के जिलाधिकारी के आदेश पर खनन अधिकारी डॉ. सुशील कुमार ने बालू के अवैध खनन के चलते कार्रवाई की. इस कार्रवाई में गरीब मजदूरों की बग्गियों को जेसीबी मशीन से तोड़ दिया गया. इन गरीब मजदूरों की बग्गियां टूटने से इनके रोजगार का सहारा टूट गया.

अवैध बालू खनन को लेकर बुग्गियों पर चलवाई जेसीबी
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Published : Mar 2, 2019, 11:59 PM IST


फर्रुखाबाद: अवैध बालू खनन के चलते जिलाधिकारी के आदेश पर खनन अधिकारी जेसीबी से कई गरीब मजदूरों की बग्गियों को तोड़ तहस-नहस कर दिया गया. कई स्थानों पर अभियान चलाकर अवैध खनन कर बालू लेकर आई बग्गियों को पकड़कर तोड़ दिया गया.

अवैध बालू खनन को लेकर बुग्गियों पर चलवाई जेसीबी

जिलाधिकारी मोनिका रानी से बग्गी चालकों द्वारा अवैध खनन करने की शिकायत की गई थी. डीएम के निर्देश पर सबसे पहले चिलसरा रोड से आने वाली बग्गियों को नगर पालिका के पास घेरा और पालिका कार्यालय के सामने बालू गिरवाकर जेसीबी से तुड़वा दिया. इसके बाद उन्होंने चौक के निकट खड़ी बग्गियों को भी नगर पालिका कार्यालय पहुंचाया और उनका भी वही हाल कर दिया.


खनन अधिकारी ने बताया कि बग्गी को सीज करने पर कम से कम 25 हजार रुपये के जुर्माने का प्रावधान है. पूर्व में सीज की गई बग्गियों को छुड़ाने कोई नहीं आता है. इससे पूर्व मालिकों को कई बार चेतावनी दे चुके थे. इसलिए बग्गी तोड़े जाने के अलावा अन्य कोई विकल्प नहीं बचा था. इसलिए मजबूरन जिला प्रशासन की सहमति से कार्रवाई की गई.


लोगों का कहना है कि कई खनन माफिया कथित तौर पर ठेका लिए हैं. यह बग्गी संचालक माफिया की अपेक्षा सस्ती दरों पर बालू लोगों को मुहैया करवा देते थे. इसीलिए माफिया के इशारे पर खनन विभाग ने बग्गी संचालकों के खिलाफ अभियान चलाया है.

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फर्रुखाबाद: अवैध बालू खनन के चलते जिलाधिकारी के आदेश पर खनन अधिकारी जेसीबी से कई गरीब मजदूरों की बग्गियों को तोड़ तहस-नहस कर दिया गया. कई स्थानों पर अभियान चलाकर अवैध खनन कर बालू लेकर आई बग्गियों को पकड़कर तोड़ दिया गया.

अवैध बालू खनन को लेकर बुग्गियों पर चलवाई जेसीबी

जिलाधिकारी मोनिका रानी से बग्गी चालकों द्वारा अवैध खनन करने की शिकायत की गई थी. डीएम के निर्देश पर सबसे पहले चिलसरा रोड से आने वाली बग्गियों को नगर पालिका के पास घेरा और पालिका कार्यालय के सामने बालू गिरवाकर जेसीबी से तुड़वा दिया. इसके बाद उन्होंने चौक के निकट खड़ी बग्गियों को भी नगर पालिका कार्यालय पहुंचाया और उनका भी वही हाल कर दिया.


खनन अधिकारी ने बताया कि बग्गी को सीज करने पर कम से कम 25 हजार रुपये के जुर्माने का प्रावधान है. पूर्व में सीज की गई बग्गियों को छुड़ाने कोई नहीं आता है. इससे पूर्व मालिकों को कई बार चेतावनी दे चुके थे. इसलिए बग्गी तोड़े जाने के अलावा अन्य कोई विकल्प नहीं बचा था. इसलिए मजबूरन जिला प्रशासन की सहमति से कार्रवाई की गई.


लोगों का कहना है कि कई खनन माफिया कथित तौर पर ठेका लिए हैं. यह बग्गी संचालक माफिया की अपेक्षा सस्ती दरों पर बालू लोगों को मुहैया करवा देते थे. इसीलिए माफिया के इशारे पर खनन विभाग ने बग्गी संचालकों के खिलाफ अभियान चलाया है.

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Intro:नॉट- इस खबर के कुछ विजुअल ftp up_1 mar 2019_ khanna नाम से है।

एंकर- यूपी के फर्रुखाबाद में जिलाधिकारी के आदेश पर खनन अधिकारी डॉ सुशील कुमार जेसीबी साथ लेकर शहर में निकले. उन्होंने कई स्थानों पर अभियान चलाकर अवैध खनन कर बालू लेकर आई बुग्गीयों को पकड़कर तहस-नहस कर दिया. गरीब बुग्गी मालिक रोजगार का सहारा तोड़े जाने से फफक कर रो पड़े.


Body:विओ- जनपद के चौक, नगर पालिका, मसेनी, मसेनी टीला, आवास विकास आदि क्षेत्रों में बालू लदी बुग्गी खड़ी मिल जाती हैं. खनन ठेकेदारों की ओर से जिलाधिकारी मोनिका रानी से बुग्गी चालकों द्वारा अवैध खनन करने की शिकायत की गई थी. डीएम के निर्देश पर खनन अधिकारी डॉ सुशील कुमार सुबह जेसीबी साथ लेकर निकले.सबसे पहले उन्होंने चिलसरा रोड से आने वाली बग्गियों को नगर पालिका के पास घेरा और पालिका कार्यालय के सामने बालू गिरवाकर बुग्गियों को जेसीबी से तुड़वा दिया. इसके बाद उन्होंने चौक के निकट खड़ी बुग्गियों को भी नगर पालिका कार्यालय पहुंचाया और उनका भी वही हाल कर दिया. कई बुग्गी चालक तो अपने सामने रोजी-रोटी का सहारा तोड़े जाने पर रो पड़े. इसके बाद आवास विकास समेत कई क्षेत्रों में भी यह अभियान चला. खनन अधिकारी ने बताया कि समस्या बुग्गी को सीज करने पर कम से कम 25 हजार रुपये के जुर्माने का प्रावधान है. पूर्व में सीज की गई बुग्गियों को छुड़ाने कोई नहीं आता है. बुग्गिया थानों में खड़े खड़े गल कर समाप्त हो जाती हैं. अब तो पुलिस भी स्थान ना होने का बहाना कर बग्गियों को खड़ा नहीं करने देती. इससे पूर्व मालिकों को कई बार चेतावनी दे चुके थे. इसलिए बुग्गी तोड़े जाने के अलावा अन्य कोई विकल्प नहीं बचा था. इसलिए मजबूरन जिला प्रशासन की सहमति से कार्रवाई की गई.


Conclusion:विओ- वहीं लोगों का कहना है कि कई खनन माफिया कथित तौर पर ठेका लिए हैं. ठेके से कई गुना अधिक बालू का खनन कर शहर में सप्लाई करते हैं. सिंडिकेट बना होने के कारण लोगों को काफी महंगी दरों पर बालू बेची जा रही थी. यह बुग्गी संचालक माफिया की अपेक्षा सस्ती दरों पर बालू लोगों को मुहैया करवा देते थे. बताया तो यह भी जा रहा है कि माफिया के इशारे पर खनन विभाग में बुग्गी संचालकों के खिलाफ अभियान चलाया है.
बाइट- डॉ सुशील कुमार,खनन अधिकारी
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