इटावा: जिले में मतदान के दिन वोट करने के लिये मतदाताओं को किसी भी तरह का भय न रहे. इसके लिए जिला प्रशासन अब मतदाताओं के घर घर जाकर सम्पर्क कर रहे हैं. जिला प्रशासन ने उन मतदान केंद्रों के मतदाताओं के घर जा रहें है.जिन पोलिंग बूथों में मतदाताओं से पूर्व चुनाव में झगड़ा फसाद हुआ था.
सदर सिद्धार्थ और सीओ सिटी वैभव पाण्डेय भारी फोर्स के साथ इटावा विधान सभा क्षेत्र के उन मतदान केन्द्रों के मतदाताओं से डोर टू डोर सम्पर्क कर रहे हैं जिन इलाकों में पहले चुनाव के समय झगड़ा और तनाव फैल गया था. इटावा शहर के सभी मोहल्लों में एसडीम सदर और सीओ सिटी ने खास तौर से महिला मतदाताओं से यह जानने का प्रयास किया कि अभी भी चुनाव प्रचार के दौरान इलाके के दबंग लोग उन्हें किसी खास दल में वोट करने के लिये दबाव तो नहीं दे रहे हैं. इन पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों को महिला मतदाताओं ने बताया कि अब तक उन्हें किसी भी खास दल में मतदान करने के लिये कोई भी दबाव नहीं दे रहा है.
मतदान के लिये भयमुक्त माहौल बना रहे जिला प्रशासन के अधिकारी बता रहे हैं कि सबसे पहले उन मतदान केंद्रों पर फोकस किया जा रहा है जहां पूर्व के चुनावों में झगड़ा और तनाव फैला था,साथ ही हम उन मतदाताओं के घर पहले जा रहे है जो पूर्व में हुए मतदान के दिन झगड़े का शिकार हो गए थे.
जिला प्रशासन के पास ऐसे लोगों की भी सूची जिला प्रशासन ने तैयार कर ली है. जिन लोगों ने पूर्व में हुए चुनाव में अपने अपने पसंदीदा दल में मतदान करने के लिए मतदाताओं पर दवाब बनाने के लिये झगड़ा किया था. इस सर्वे के दौरान 'डोर टू डोर' घूम कर जिला प्रशासन ऐसे असमाजिक तत्वों की भी जानकारी कर रहा है.