उन्नाव : माखी रेप कांड एक बार फिर सुर्खियों में है और इस बार भी भाजपा के आरोपी विधायक के दबदबे के आगे कानून बौना नजर आ रहा.19 साल पहले चुनावी रंजिश में लिखे गए मुकदमे में पिछले सात महीनों से रेप पीड़िता का चाचा जिस मुकदमे को लेकर जेल में बंद है. उसकी केस डायरी ही थाने से गायब हो गई है. वहीं लगातार न्यायालय के आदेश के बावजूद कोर्ट में केस डायरी पुलिस पेश नहीं कर पा रही है. पुलिस अधीक्षक ने छह सदस्यीय पुलिस टीम बनाकर केस डायरी खोजने में लगा दी है.
- उन्नाव के माखी रेप कांड में पीड़िता का चाचा पिछले 7 महीनों से जेल में बंद है, लेकिन जिस मुकदमे में वो जेल में बंद है. उसकी केस डायरी ही थाने से लापता हो गयी है.
- रेप पीड़िता के वकील की माने तो सन् 2000 में जिला पंचायत के चुनाव के समय रेप पीड़िता के पिता की हत्या के आरोप में बंद अतुल सेंगर ने एक प्रार्थना पत्र दिया था.
- जिसमें रेप पीड़िता के पिता और उसके दो चाचा ऊपर जानलेवा हमला करने का आरोप लगाकर मुकदमा दर्ज कराया गया था.
- जिसके बाद साल 2002 में सुनवाई के दौरान न्यायालय ने मुकदमे में रेप पीड़िता के पिता और एक चाचा को दोषमुक्त कर दिया.
- वहीं दूसरा चाचा के फरार होने पर कोर्ट ने वारंट जारी कर दिया.
- जिसके बाद अप्रैल 2018 में रेप कांड में भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और भाई अतुल सिंह सेंगर के जेल जाने के बाद विधायक समर्थकों ने 19 साल बाद के मुकदमे में वारंट जारी करवा दिया.
- रेप पीड़िता के चाचा को 20 नवंबर 2018 को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.तब से लगातार विधायक के समर्थक केस की तारीख बढ़ जाते आ रहे हैं.
वहीं जब न्यायालय ने मामले की केस डायरी मांगी तो पुलिस ने हाथ खड़े कर दिए और कहा कि थाने से लापता हो गई. जिस पर न्यायालय ने सख्त रुख अपनाते हुए पुलिस को फटकार लगाई है. जिसके बाद पुलिस अधीक्षक ने छह सदस्य टीम बनाकर केस डायरी खोज कर न्यायालय में जमा करने के आदेश दिए हैं. मामले की अगली सुनवाई 22 मई को है.