कानपुर: बीहड़ में आतंक का पर्याय बन चुके मलखान सिंह भले ही अपनी बंदूक छोड़ चुके हैं, लेकिन पुलवामा घटना से उनका खून खौल रहा है. उनका दावा है कि मध्य प्रदेश में 700 बाकी बचे हैं अगर शासन चाहे तो बिना किसी शर्त के, बिना वेतन के बॉर्डर पर अपने देश के लिए मरने को तैयार हैं.
पुलवामा में हुए आतंकी हमले पर मलखान सिंह ने कहा कि इसके लिए सभी नेताओं को पार्लियामेंट के बाद धरने पर बैठना चाहिए और तब तक धरने से हटे जब तक फैसला हो जाएगी पाकिस्तान में घुसकर मारो.
चुनाव लड़ने की जताई इच्छा
मंगलवार को डाकू मलखान सिंह पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देने कानपुर आए हुए थे.बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा, जब वादे पूरे नहीं करोगे तो हारोगे ही. मप्र में हार गए. मलखान सिंह ने कहा, अगर लोकसभा चुनाव में टिकट मिलती है, तो जरूर लड़ूंगा.साथ ही कहा, चुनाव होंगे और होते रहेंगे लेकिन पुलवामा में हुए आतंकी हमले का बदला जरूर लेना चाहिए. अगर कश्मीरपर फैसला नहीं लिया गया तो कोई भी राजनीती पर विश्वास नहीं करेगा. पाकिस्तान में घुस कर उसकी धज्जिया उड़ाने का वक्त आ गया है.एक या दो आतंकियों को मारने में हमारे देश 5 जांबाज शहीद हो गए.