लखनऊ: बैकुंठ धाम में सेप्टिंग टैंक बनाने का काम शुरू हो गया है. इससे यहां खुले में बह रहा सीवर सीधे गोमती नदी में गिरेगा. सेप्टिंग टैंक बनने से गंदगी और बदबू से छुटकारा मिलेगा और गोमती भी साफ स्वच्छ रहेगी. इसे महापौर निधि से बनवाया जा रहा है. बैकुंठधाम में काफी समय से यह समस्या बनी हुई थी, जिसका निदान किया जा रहा है.
खुले में सीवर बहने की व्यवस्था पर पिछले दिनों पूर्व पार्षद रंजीत सिंह ने चार दिन लगातार धरना-प्रदर्शन किया था. वह अपने समर्थकों के साथ सीवर लाइन के ढक्कन पर बैठकर विरोध व्यक्त कर रहे थे. अंत्येष्टि स्थल के समीप वर्षों से खुले में बह रहे सीवर लाइन के मल-मूत्र के ऊपर से लोगों को मजबूरी में पार्थिव शरीर ले जाना पड़ रहा था. पिछले तीन वर्षों में कई बार संबंधित अधिकारियों से शिकायत करने के बावजूद किसी के द्वारा सुध नहीं ली गई. पूर्व पार्षद के धरने पर बैठने की जानकारी होने पर साथी पार्षदों ने बीते दिनों य़ह मुद्दा सदन में उठाया था. सभी पार्षदों ने इस पर नाराजगी जताई थी. तब महपौर ने संज्ञान लेते हुए नगर निगम के मुख्य अभियंता को तत्काल व्यवस्था करने का निर्देश दिया था.
स्थायी समाधान के लिए उन्होंने महापौर की विकास निधि से सेप्टिक टैंक बनाने का निर्देश दिया था. काम शुरू होने पर रंजीत सिंह महापौर के घर गए और उनका आभार व्यक्त किया. उन्होंने नेता सदन राम कृष्ण यादव, उपाध्यक्ष रजनीश गुप्ता का भी आभार जताया है.