लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी के नेता विधानमंडल दल लाल जी वर्मा ने कहा कि लोकतंत्र की हत्या की दृष्टि में एक नया कदम उठाने का काम योगी आदित्यनाथ सरकार ने किया है. उन्होंने कहा कि भाजपा धर्म पर एकाधिकार चाहती है. वह चाहती है कि उसके अलावा कोई और साधु, संत से न मिले, प्रयागराज कुंभ न पहुंचे. उन्होंने अखिलेश यादव को रोके जाने की घटना को लोकतंत्र की हत्या करार दिया है.
बसपा नेता लालजी वर्मा ने कहा कि जिस तरह से अखिलेश यादव को प्रयागराज जाने से रोका गया है, यह कतई ठीक नहीं माना जाएगा. उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का कार्यक्रम इलाहाबाद विश्वविद्यालय में नहीं था. एक संशोधित कार्यक्रम उन्होंने जारी किया था कि उनका कार्यक्रम बाग़म्बरी गद्दी में श्री बड़े हनुमान जी त्रिवेणी राज प्रयाग में है. बावजूद इसके उन्हें रोका गया.
उन्होंने कहा कि जब अखिलेश यादव प्राइवेट वायुयान से जाने के लिए तैयार हुए तो इस हिटलर शाही सरकार ने उन्हें जाने से रोक दिया. जिस तरह से रोकने का काम किया गया है निश्चित रूप से यह लोकतंत्र की गला घोटने की संज्ञा के रूप में जाना जाएगा. वर्मा ने कहा कि एक तरफ कानून व्यवस्था के नाम पर पश्चिम बंगाल में हेलीकॉप्टर उतारने की इजाजत अगर नहीं मिलती तो हल्ला मचाने वाली भाजपा सरकार आज उससे भी बदतर स्थिति में जाने का काम किया है.
उन्होंने कहा अखिलेश यादव लखनऊ एयरपोर्ट से बमरौली पहुंचते और वहां से फिर अखाड़े तक कार से जाते. इसमें कहां से कानून व्यवस्था टूट रही थी. लालजी वर्मा ने कहा कि दरअसल भाजपा की सोच है कि धर्म पर उसका एकाधिकार रहे.अखिलेश यादव को मठ में सम्मानित होना था. सरकार नहीं चाहती कि अखिलेश यादव को वहां सम्मान मिले. इसलिए उन्हें रोकने का काम किया गया है.
उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को लेकर हम लोग विधानसभा में अपनी बात रखना चाहते थे लेकिन वहां भी भाजपा ने ऐसा अवसर आने नहीं दिया. बावजूद इसके हम लोगों ने लोकतांत्रिक ढंग से इसका विरोध करने का काम किया है.आगे भी इस सरकार की तानाशाही फैसले के खिलाफ आवाज उठाते रहेंगे.