बलिया: लोकसभा चुनाव में पहले से ही कुछ राजनीतिक दल ईवीएम का विरोध करते आ रहे हैं. ऐसे में लोकसभा चुनाव के दो चरणों में ईवीएम से वोटिंग भी संपन्न हो चुकी है. कुछ ऐसा ही नजारा बलिया में देखने को मिला, जहां भारतीय विद्यार्थी मोर्चा ने ईवीएम के प्रयोग का विरोध किया. कार्यकर्ताओं का आरोप है कि ईवीएम के प्रयोग से वोटों में घोटाले होते हैं, जिसका फायदा भारतीय जनता पार्टी को होता है.
ईवीएम को लेकर बलिया के कलेक्ट्रेट परिसर में भारतीय विद्यार्थी मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की. कार्यकर्ताओं ने ईवीएम का विरोध कर लोकसभा चुनाव में बैलेट पेपर के प्रयोग कराने की मांग की है.
भारतीय विद्यार्थी मोर्चा के बलिया के जिला अध्यक्ष राजा राम भारती का कहना है कि
- इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन को बंद कर बैलेट पेपर को लोकसभा चुनाव में बहाल किया जाए, क्योंकि लोकसभा चुनाव के पहले दो चरणों में जहां वोटिंग हुई उसमें बड़े पैमाने पर वोट का घोटाला हुआ है.
- घोटाले का आशय यह है कि बटन हाथी के चुनाव चिन्ह पर दबाया जाता है तो वीवीपैट पर बीजेपी का चिन्ह दिखाई देता है. इसी प्रकार साइकिल के सामने वाला बटन दबाने पर कमल के फूल वाला चिन्ह दिखता है, जो बड़े पैमाने पर घोटाला है.
- माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने भी ईवीएम के प्रयोग पर सवाल खड़े किए थे. 8 अक्टूबर 2013 को सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए कहा कि ईवीएम के प्रयोग से फ्री एंड फेयर इलेक्शन नहीं हो सकता, लेकिन फिर भी चुनाव आयोग ईवीएम मशीनों से ही चुनाव संपन्न करवा रहा है.