मथुराः कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए विश्व प्रसिद्ध ठाकुर बांके बिहारी मंदिर प्रबंधन ने मंदिर को आम दर्शनार्थियों के लिए 30 जून तक बंद किया है. वहीं मंदिर खुलने पर भी विशेष सतर्कता बरतने पर अभी से विचार-विमर्श शुरू हो गया है, जिससे मंदिर खुलने पर दर्शन करने आए श्रद्धालुओं को सावधानी के साथ प्रसादी भेंट की जा सके और उन्हें दर्शन कराए जा सकें. इसी के मद्देनजर गुरुवार को मंदिर प्रशासन ने एक बैठक आयोजित की, जिसमें आवश्यक बिंदुओं पर चर्चा की गई.
भोग भंडार व्यवस्था को आरंभ करने पर चर्चा
विश्व प्रसिद्ध ठाकुर बांके बिहारी मंदिर के शयन भोग सेवा और राजभोग सेवा अधिकारियों ने एक बैठक आयोजित की. इस दौरान ठाकुर जी की भोग सेवा के लिए मंदिर में पुनः भोग भंडार व्यवस्था को आरंभ करने पर चर्चा की गई. साथ ही इसका प्रस्ताव बनाकर सिविल जज जूनियर डिवीजन मथुरा को भेजने की संस्तुति भी की गई.
सेवायत गोस्वामियों का कहना है कि 30 जून के बाद मंदिर खुलने पर भक्तों से प्रसाद लेना और ठाकुर जी को भोग लगाने से गोस्वामी समाज और भक्तों के बीच में संक्रमण का खतरा पैदा हो सकता है. इसी के मद्देनजर बैठक में भोग भंडार को किस तरह से खोलना है इस पर विचार विमर्श किया गया.
बता दें कि विश्व प्रसिद्ध ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में देश ही नहीं विदेशों से भी भारी संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने के लिए आते हैं, लेकिन कोरोना संक्रमण को देखते हुए मंदिर प्रबंधन ने मंदिर को 30 जून तक के लिए आम दर्शनार्थियों के लिए बंद किया है.